नाबार्ड ने लगाई हथकरघा की मिनी प्रदर्शनी
चंडीगढ़, 12 अगस्त (हि.स.)। नाबार्ड पंजाब के क्षेत्रीय कार्यालय ने कारीगरों के उत्पाद की कार्यशाला सह मिनी प्रदर्शनी लगाकर राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में गैर कृषि उत्पादक संघ ‘संगरूर फुलकारी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ और स्वयं सहायता समूहों/ जेएलजी के माध्यम से समर्थित कारीगरों ने भाग लिया।
डॉ. राजीव सिवाच, मुख्य महाप्रबंधक ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए हथकरघा क्षेत्र में हमारी समृद्ध विरासत के रखरखाव के महत्व एवं नाबार्ड द्वारा ग्रामीण कारीगरों का कौशल उन्नयन, विपणन, आदि के लिए प्रदान की जाने वाली सहायता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हस्तशिल्प रोजगार का अनूठा स्रोत है जिसके लिए ग्रामीण युवाओं को शहरों में पलायन की आवश्यकता नहीं है। साथ ही यह अन्य क्षेत्रों की तुलना में एक पर्यावरण के अनुकूल गतिविधि है। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड लॉकडाउन के दौरान कारीगर अपने उत्पादों की मार्केटिंग नहीं कर सके, इसलिए पंजाब क्षेत्रीय कार्यालय ने कारीगरों के उत्पादों की मार्केटिंग की सुविधा फ्लिपकार्ट पोर्टल पर प्रदान की हैं।
एनआईआईएफटी, मोहाली की प्रिंसिपल पूनम ठाकुर ने कारीगरों द्वारा उत्पाद के बेहतर उत्पादन और विपणन के लिए हथकरघा क्षेत्र को डिजाइन विकास और विपणन सहायता के बारे में चर्चा की। उन्होंने बाजार की मांग को समझने की जरूरत और समकालीन रुचि के साथ परंपरागत उत्पादन के मिश्रण पर बल दिया। उन्होंने विभिन्न नमूना डिजाइनों की सचित्र प्रस्तुति के माध्यम से डिजाइनों में मूल्यवर्धन को भी प्रदर्शित किया। केवीआईसी के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार ने इकाइयों की स्थापना के लिए कारीगरों के लिए उपलब्ध क्षमता निर्माण, मशीनरी और वित्तीय सहायता के लिए विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की।
कार्यशाला के साथ-साथ कार्यालय परिसर में पंजाब की विशेषता वाले कारीगर उत्पाद के स्टाल लगाए गए थे, जिनमें फुलकारी, जूट व अन्य कारीगरों के प्रदर्शित तथा बिक्री की गई।