पंजाब की सत्ता में आये तो प्रत्येक महिला को हर माह देंगे एक हज़ार रुपये: केजरीवाल
मोगा, 22 नवंबर (हि.स.)। आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं के लिए महिला सशक्तिकरण योजना के तहत पंजाब की हर महिला के बैंक खाते में प्रति माह 1000 रुपये जमा करवाने की घोषणा की है। चुनावों से चार माह पहले केजरीवाल ने इस लोकलुभावन योजना की घोषणा की है।
मोगा में सोमवार को केजरीवाल की तीसरी गारंटी, ‘महिलाओं को बधाई’ कार्यक्रम में पहुंची सैकड़ों महिलाओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि 2022 में पंजाब के अंदर आम आदमी पार्टी की सरकार बनेेगी और ‘आप’ की सरकार 18 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिलाओं को गारंटी के साथ प्रति माह 1000 रुपये दिए जाएंगे। दो दिवसीय पंजाब दौरे पर आए अरविंद केजरीवाल ने इस अनोखे ‘मास्टर स्ट्रोक’ के साथ 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए ‘मिशन पंजाब’ कार्यक्रम की शुरूआत की।
इस मौके पर उनके साथ मंच पर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष एवं सांसद भगवंत मान भी थे। आयोजन स्थल पर जुटी महिलाओं से रू-ब-रू हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ‘आप’ की सरकार बनते ही 18 वर्ष से अधिक आयु की हर बेटी, बहन, मां, बहू, सास, दादी और नानी के बैंक खाते में हर महीने एक हजार रुपये जमा होंगे, मैं इसकी गारंटी देता हूं। मैंनें यह फैसला काफी सोच-समझ और हिसाब लगाकर लिया है, क्योंकि केजरीवाल जो कहता है, वह करके दिखाता है। दिल्ली की सरकार और दिल्ली की जनता इस बात की गवाह है।
केजरीवाल ने कहा कि भले ही 1000 रुपये बहुत अधिक धनराशि नहीं होती लेकिन ‘आप’ की सरकार के इस सहारे के साथ सभी मां-बहनों को सचमुच शक्ति और सम्मान मिलेगा, क्योंकि हर एक की जिंदगी में पैसा काफी महत्व रखता है।
केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि हर एक महिला को मिलने वाले यह 1000 रुपये महिलाओं को पहले से मिल रही बुढ़ापा पेंशन, अंगहीन पेंशन या निर्भरता पेंशन से अलग होगा। इसी प्रकार यदि एक परिवार में बेटी, बहू, सास या दादी समेत 18 वर्ष से अधिक आयु की जितनी महिलाएं होंगी, सभी को एक-एक हजार रुपये मिलेंगे।
केजरीवाल ने कहा कि यह योजना तैयार किए जाने के समय देश-दुनिया की काफी जानकारी जुटाई गई लेकिन पूरी दुनिया में किसी भी सरकार ने बेटी, बहन, मां-बहू के बैंक खाते में अलग-अलग तौर पर इस तरह प्रति माह पैसे जमा नहीं कराए। इसलिए पंजाब की महिलाओं से शुरू की जा रही यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी महिला सशक्तिकरण योजना है, जिसका पंजाब की एक करोड़ से अधिक महिलाओं को नकद लाभ मिलेगा।
केजरीवाल ने कहा कि मैं बहुत बेटियों को जानता हूं, जो कॉलेज से शिक्षा लेना चाहती हैं लेकिन घर की कमजोर वित्तीय हालत के कारण उनका यह सकारात्मक सपना पूरा नहीं होता। इस योजना से उन्हें कॉलेज की उच्च शिक्षा हासिल करने का मौका मिलेगा। इसी प्रकार मां-बहनें अपने इन पैसों से मन-मुताबिक कपड़े खरीद सकेंगी।
केजरीवाल ने कहा कि बारी बांधकर आज तक शासन करते आ रहे विरोधी इस घोषणा से बौखलाहट में आकर एक ही सवाल करेंगे कि इस योजना के लिए पैसा कहां से आएगा? मैं साफ-साफ शब्दों में दोहराता हूं कि यदि सरकारों के पास साफ-सुथरी नीयत और सही नीति हो तो पैसे की कोई कमी नहीं होती। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार इसकी जीती-जागती मिसाल है। हमारी सरकार बनने पर पहले दिल्ली सरकार के खजाने का भी पंजाब जैसा ही हाल था लेकिन आज दिल्ली में बेशुमार जन-सुविधाएं दिए जाने के बावजूद कर्ज रहित और मुनाफे वाला बजट है।
केजरीवाल ने कहा कि आगामी चुनाव पंजाब की दिशा और दशा सुधार सकते हैं। पंजाब का भविष्य उसी प्रकार बदल सकते हैं, जैसे आप की सरकार ने दिल्ली में बदला है। दिल्ली के सभी लोकपक्षीय मॉडल पंजाब में और भी शानदार तरीके के साथ लागू हो सकते हैं। इसलिए यह चुनाव सभी ने मिलकर लडऩे हैं। इस बार घरों में महिलाएं तय करेंगी कि वोट किसे डालना है। महिलाएं, मां-बहनें अपनी वोट के साथ साथ घर के सभी पुरुषों की वोटें भी आम आदमी पार्टी को डलवानी हैं, क्योंकि इस बार एक मौका केजरीवाल को देना है। जैसे दिल्ली वालों ने दिल्ली में दिया था, जहां इतने अधिक काम किए कि उसके बाद शेष रवायती पार्टियां साफ हो गई।
इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष भगवंत मान ने कहा कि जब रसोई के बिना घर नहीं चल सकते तो नारी शक्ति के बिना देश भी नहीं चल सकता। जिस समाज में महिला-पुरुष मिलकर चलते हैं, वही देश तरक्की करते हैं। महिलाएं जब आर्थिक तौर पर आजाद होंगी, बात तभी बनेगी। मान ने कहा कि अब महिलाओं को यह नहीं कहना कि कोई भी पार्टी सत्ता में आए, उन्हें क्या मतलब? बल्कि देशभक्त, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू और करतार सिंह सराभा की तरह भूमिका निभानी है, क्योंकि यदि वे भी बोलते कि हमें क्या लेना तो देश को कभी आजादी नहीं मिल पाती।