किसानों की आवाज नहीं सुनना चाहती सरकार

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समाधान संवाद से ही निकलेगा: प्रियंका गांधी



नई दिल्ली, 24 दिसम्बर (हि.स.)। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की अनदेखी को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार जनता की आवाज नहीं सुनना चाहती है। जब भी आवाज उठाई जाती है तो सरकार दमन का रवैया अपनाती है। जबकि हकीकत यह है कि किसानों से बात करके ही उनकी समस्या का हल निकाला जा सकेगा। उन्होंने यह बात हिरासत से छूटने के बाद कही।

प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा नेता और समर्थक किसानों के लिए देश विरोधी जैसे शब्दों इस्तेमाल कर रहे हैं, वो व्यवहारिक तौर पर गलत है। इसे किसी भी रूप में स्वीकर नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्या का हल तब निकलेगा, जब सरकार उनसे संवाद करेगी और उनका आदर करेगी। लेकिन मुश्किल यह है कि सरकार अपने खिलाफ किसी भी तरह के असंतोष को आतंक के नजरिए से देखती है।

वहीं, सरकार द्वारा विपक्ष पर किसानों को बरगलाने का आरोप लगाने के एक सवाल के जवाब में प्रियंका गांधी ने कहा कि अगर सरकार हर बात के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराएगी तो फिर कोई कितनी सफाई देगा। हमारा मानना है कि अन्नदाता की आवाज को सुनना सरकार की जिम्मेदारी है। किसानों की मांगों को सुनकर ही किसानों की समस्या का हल निकालेगा।

दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं के हिरासत में लेने पर राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि ‘भारत में अब लोकतंत्र नहीं रह गया है, अगर आपको लगता है कि यह है तो यह अब बस आपकी कल्पनाओं में रह गया है। सरकार से सवाल करना या फिर अपने हक की मांग करना, उनकी नजर में नाफरमानी है।’

 


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