लखनऊ, 19 मई (हि.स.)। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी कामगारों के मामले में कांग्रेस की ‘बसों की राजनीति’ पर विवाद गहराता जा रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी की ओर से कांग्रेस को नोएडा और गाजियाबाद में प्रशासन को एक हजार बसें उपलब्ध कराने की अनुमति देने के बाद अब सामने आ रहा है कि इस सूची में बेहद गड़बड़ी है। रजिस्ट्रेशन नंबरों की जांच पर पता चला कि सूची में बसों के साथ कार, मोटर साइकिल, ऑटो, एंबुलेंस तक के नम्बर हैं। इसको लेकर कांग्रेस पर सवाल उठने शुरू हो गये हैं कि क्या मजदूरों को कांग्रेस ऑटो से सैकड़ों किलोमीटर भेजेगी?
सूची की जांच में खुली कांग्रेस के दावों की पोल
कांग्रेस की सूची में गाड़ी संख्या यूपी-83टी/1006 बजाज ऑटो लिमिटेड की एक तिपहिया गाड़ी है। स्पष्ट लिखा है कि ये एक ऑटो रिक्शा है, जो मोहम्मद इरशाद के नाम पर पंजीकृत है। इसी तरह सूची में आरजे-14 टीडी/1446 नम्बर की एक गाड़ी भी शामिल है। इसके विवरण में पाया गया कि ये भी किसी कार का नंबर है, जो राजस्थान के गजेंद्र सिंह के नाम पर पंजीकृत है। इसके अलावा कुछ ऐसे भी नंबर हैं, जो पंजीकृत नहीं हैं। ‘वाहन’ पोर्टल पर उन्हें ब्लैक लिस्टेड बताया जा रहा है। इसी तरह आरजे-34/पीए 2149, आरजे-14/पीडी 3937, आरजे-34 पीए/3488 और आरजे-25/पीए 2318 तिपहिया वाहनों के नम्बर हैं। इस सूची में अधिकतर नम्बर राजस्थान के हैं।
कांग्रेस का कृत्य दुर्भाग्यपूर्ण और निन्दनीय
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निन्दनीय है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस पर जवाब देना चाहिए। ये फर्जीवाड़ा क्या है। उनके बेटा और बेटी ऐसा क्यों कर रहे हैं। क्या इसमें वह स्वयं भी शामिल हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि प्रथमदृष्टया बसों की सूची में लोडर वाहन, दोपहिया वाहन के नम्बर सामने आ रहे हैं। मामले को देखा जा रहा है।
घटिया राजनीति और फर्जीवाड़ा आया सामने
उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि क्या सुरक्षा के लिहाज से फिटनेस सर्टिफिकेट मांगना, चालकों की जानकारी मांगना उचित नहीं है। कहां बस को पहुंचाया जाये, ये सरकार नहीं तो कौन तय करेगा। क्या बसों को किसी की मर्जी के हिसाब से कहीं भी उपलब्ध कराने को कह दिया जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर जगह घटिया राजनीति की और उनका फर्जीवाड़ा सामने आ गया है।
कांग्रेस की हरकतों से जनता ने पार्टी को हाशिये पर डाला: ब्रजेश पाठक
प्रदेश के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि कांग्रेस इस मामले में शुरुआत से राजनीति कर रही है। उसने सिर्फ खबरों की सुर्खियों में आने के लिए ऐसा काम किया। उत्तर प्रदेश सरकार ने कामगारों की सुरक्षित वापसी के लिए संसाधन उपलब्ध कराये और लगातार उन्हें पहुंचा रही है जबकि कांग्रेस लगातार सियासत कर रही है। उसने सही ढंग से काम नहीं किया। केवल चिट्ठी जारी करके राजनीति की। ऐसी ही राजनीति के कारण जनता ने कांग्रेस को हाशिये पर डाल दिया है।
कांग्रेस बसें भेजने को तैयार, नम्बरों में की गई गड़बड़ी: अजय लल्लू
उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमारी बसें तैयार हैं। हम उन्हेंं कामगारों के लाने में प्रयोग करने के लिए देना चाहते हैं। सरकार जहां कहेगी, बस उपलब्ध करा देंगे। उन्होंने बसों के नम्बर में जानबूझकर गड़बड़ी करने का आरोप लगाया।
गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर डीएम को बसें उपलब्ध कराये कांग्रेस
इससे पहले प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ओर से कहा गया था कि कांग्रेस की बसें गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर 500-500 की संख्या में खड़ी हैंं। इन बसों को लखनऊ तक लााना समय और संसाधन की बर्बादी है। इस पर अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की ओर से प्रियंका गांधी को भेजे पत्र में कहा गया है कि आपके पत्र के अनुसार आप लखनऊ में बस देने में असमर्थ हैं। अतः नोएडा गाजियाबाद बॉर्डर पर ही बस देना चाहते हैं तो ऐसी स्थिति में जिलाधिकारी गाजियाबाद को 500 बसें उपलब्ध करायें।
इसके अतिरिक्त 500 बसें नोएडा में जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर को एक्सपो मार्ट के निकट ग्राउंड पर उपलब्ध कराने काे कहा गया। सरकार की ओर से कहा गया कि संबंधित जिलाधिकारी बसों का परमिट, फिटनेस, इंश्योरेंस आदि के अभिलेख व चालक के लाइसेंस चेक करने के बाद बसों का उपयोग करेंगे। इसके जवाब में प्रियंका की ओर से उप्र के अपर मुख्य सचिव गृह को एक पत्र लिखकर कहा गया है कि शाम 5 बजे बसें गाजियाबाद और नोएडा बॉर्डर पर पहुंच जाएंगी। इसलिए आप भी यात्रियों की सूची और रोडमैप तैयार रखें ताकि बसों के संचालन में कोई दिक्कत न आए।
प्रियंका ने प्रस्ताव स्वीकार करने पर योगी सरकार को दिया था धन्यवाद
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने सोमवार को प्रवासी कामगारों के लिए पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश बार्डर पर भेजी 1,000 बसों के संचालन के प्रस्ताव को स्वीकार करने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया था। प्रियंका वाड्रा ने कहा कि मैं उप्र कांग्रेस की तरफ से आश्वस्त करती हूं कि हम सकारात्मक भाव से महामारी और उसके चलते लॉकडाउन की वजह से पीड़ित उप्र के अपने भाई-बहनों के साथ इस संकट का सामना करने के लिए खड़े रहेंगे। हालांकि कांग्रेस अब सहायता के नाम पर अपने की दावों में उलझकर रह गई है।