जेल में कैदी की संदिग्ध हालत में मौत, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप
नई दिल्ली, 04 अगस्त (हि.स.)। पश्चिमी जिले के तिहाड़ जेल संख्या तीन में बंद हत्या सहित अन्य मामलों में शामिल बदमाश अंकित गुर्जर की बुधवार सुबह संदिग्ध हालत में मौत हो गई। परिवार वालों ने जेल कर्मियों पर उसकी पिटाई कर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसके सेल में मौजूद अन्य दो कैदियों को घायल अवस्था में दीनदयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सहीं कारणों का पता चलेगा।
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल का कहना है कि अंकित गुर्जर बुधवार सुबह अपने सेल में अचेत अवस्था में मिला था। साथ ही उसके सेल में मौजूद हत्या के दो आरोपित सगे भाई गुरप्रीत व गुरजीत भी घायल अवस्था में थे। जेल अधिकारियों का कहना तीनों कैदियों को अलग-अलग सेल में शिफ्ट कर रहे थे,इसी बीच कैदियों ने जेल कर्मियों के साथ मारपीट शुरू कर दी।
जेल प्रशासन के अनुसार, कड़ी मशक्कत के बाद तीनों आरोपितों को काबू किया। वहीं मामले की मजिस्ट्रेट जांच करेंगे, लेकिन देर शाम खबर लिखे जाने तक बयान लेने मजिस्ट्रेट नहीं आये थे। फिलहाल हरिनगर थाना पुलिस व जेल प्रशासन भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है। अंकित गुर्जर के शव को डीडीयू अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया गया है। डॉक्टरों के पैनल की देखरेख में उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। मृतक अंकित गुर्जर गांव खैला, बागपत यूपी का रहने वाला था। स्पेशल सेल ने पांच अगस्त 2020 में झज्जर से गिरफ्तार किया था।
जेल से फोन, चार्जर व हाथ से बनाया गया चाकू बरामद हुआ था
जेल सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को अंकित के सेल की तलाशी अभियान चलाया गया था। इस दौरान जेल कर्मियों ने सेल व कैदियों की तलाशी ली थी। कुछ दिन पहले ही सेल के बाहर से मोबाइल फोन, चार्जर व हाथ से बना चाकू बरामद हुआ था। इधर तलाशी के दौरान अंकित व उसके साथियों ने विरोध किया था। इस दौरान सेल में बंद कैदियों के बीच जेल कर्मियों के साथ कैदियों की मारपीट हुई। जिसमें जेल कर्मी को चोट, साथ ही अंकित व दूसरे कैदियों को भी चोट लगी।
रात डेढ़ बजे पुलिस को दी थी जेल प्रशासन ने सूचना
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बीती देर रात करीब ड़ेढ़ बजे जेल प्रशासन द्वारा दिल्ली पुलिस को बताया गया कि कैदियों को शिफ्ट करते समय उनका एक जेल कर्मी घायल हुआ है। वहीं अंकित के परिवार वालों ने जेलकर्मियों पर अंकित की पिटाई करने का आरोप लगाया है।
उनका कहना है कि अंकित ने जेल अधिकारी के आचरण पर आपत्ति जताई थी और इसकी उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही थी। जिससे गुस्साए जेलकर्मियों ने इस कदर पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। जेल अधिकारियों के मुताबिक अंकित की सुरक्षा को देखते हुए उसे सेल में रखा गया था और उसके साथ दक्षिणपुरी के रहने वाले दो सगे भाई थे, जो हत्या के मामले में जेल में बंद हैं।