गलवान के घायलों से मिले प्रधानमंत्री, बढ़ाया हौसला.

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मोदी बोले, मैं उन माताओं को नमन करता हूं जिन्होंने आपको पाला-पोसा और देश को दे दिया



नई दिल्ली, 03 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को अपने लेह दौरे में उस आर्मी अस्पताल भी गए जहां गलवान घाटी में 15/16 जून की रात चीनी सैनिकों से हुई खूनी झड़प में घायल हुए जवान भर्ती हैं और उनका इलाज चल रहा है। उन्होंने सैनिकों से कहा कि मेरे जैसे 130 करोड़ देशवासी आपके प्रति बहुत गर्व महसूस करते हैं। आपका साहस, शौर्य हमारी नई पीढ़ी को प्रेरणा दे रहा है। आपका ये पराक्रम, ये शौर्य, हमारे देशवासियों को आने वाले कई वर्षों तक प्रेरणा देता रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपने जो रक्त बहाया है वो हमारी युवा पीढ़ी और देशवासियों को आने वाले लंबे अरसे तक प्रेरणा देता रहेगा। दुनिया की किसी भी ताकत के सामने हम न कभी झुके हैं और न कभी झुकेंगे। ये बात मैं आप जैसे वीर पराक्रमी साथियों के कारण बोल पा रहा हूं। घायल हुए सैनिकों से मुलाकात के दौरान कहा कि मैं आपको प्रणाम करता हूं और आपको जन्म देने वाली माताओं को भी शत्-शत् नमन करता हूं जिन्होंने आपको पाला-पोसा और देश को दे दिया। उन माताओं पर जितना गर्व करें और सिर झुकाकर नमन करें, उतना ही कम होगा। मैं आज आपको प्रणाम करने आया हूं। आपको देखकर एक प्रेरणा लेकर जाऊंगा।
आज जो विश्व की स्थिति है, तब ये मैसेज जाता है कि भारत के वीर जवान अपना ऐसा पराक्रम दिखाते हैं। दुनिया भी जानने के लिए उत्सुक रहती है कि भारत के उन जवानों की ट्रेनिंग कैसी है, उनका त्याग कितना ऊंचा है। आज पूरा विश्व आपके पराक्रम की समीक्षा कर रहा है।  घायल जवानों से मिलने पहुंचे मोदी ने कहा कि जो जवान हमारे बीच नहीं हैं वे बहुत ही बहादुर थे। उन्होंने करारा जवाब दिया। आप लोगों का रक्त हमेशा युवाओं को प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान भी कई बार गलवान घाटी का जिक्र किया। उन्‍होंने कहा कि देश के वीर सपूतों ने गलवान घाटी में जो अदम्य साहस दिखाया, वो पराक्रम की पराकाष्ठा है। देश को आप पर गर्व है, आप पर नाज है। 14 कोर की जांबाजी के किस्से हर तरफ है। दुनिया ने आपका अदम्य साहस देखा है। आपकी शौर्य गाथाएं घर-घर में गूंज रही हैं। भारत के दुश्मनों ने आपकी फायर भी देखी है और आपकी फ्यूरी भी। पीएम ने जवानों से कहा कि आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा है, जहां, आप तैनात हैं। आपका निश्चय, उस घाटी से भी सख्त है, जिसको आप रोज अपने कदमों से नापते हैं। आपकी भुजाएं, उन चट्टानों जैसी मजबूत हैं, जो आपके इर्द-गिर्द हैं। आपकी इच्छा शक्ति आस पास के पर्वतों की तरह अटल हैं।

 


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