पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का देहावसान एक युग की समाप्ति : राष्ट्रपति
नई दिल्ली, 31 अगस्त (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन पर दु:ख जताते हुए कहा कि उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है।
पूर्व राष्ट्रपति एवं भारत रत्न मुखर्जी का सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रिफरल अस्पताल में निधन हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने शोक संदेश में कहा है, ‘भारत के प्रथम नागरिक के रूप में प्रणब मुखर्जी ने लोगों के साथ जुड़ने और राष्ट्रपति भवन से लोगों की निकटता बढ़ाने के सजग प्रयास किए। उन्होंने राष्ट्रपति भवन के द्वार जनता के लिए खोल दिए। राष्ट्रपति के लिए ‘महामहिम’ शब्द का प्रचलन समाप्त करने का उनका निर्णय ऐतिहासिक है।’
उन्होंने कहा कि प्रणब मुखर्जी के स्वर्गवास के बारे में सुनकर हृदय को आघात पहुंचा। उनका देहावसान एक युग की समाप्ति है। श्री मुखर्जी के परिवार, मित्रजनों और सभी देशवासियों के प्रति मैं गहन शोक-संवेदना व्यक्त करता हूं।
उन्होंने कहा, असाधारण विवेक के धनी, भारत रत्न श्री मुखर्जी के व्यक्तित्व में परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम था। पांच दशक के अपने शानदार सार्वजनिक जीवन में अनेक उच्च पदों पर आसीन रहते हुए भी वे सदैव जमीन से जुड़े रहे। अपने सौम्य और मिलनसार स्वभाव के कारण राजनीतिक क्षेत्र में वे सर्वप्रिय थे।
उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने शोक संदेश में कहा, भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति है। देश ने एक दूरदृष्टा वरिष्ठ नेता खो दिया है। एक गांव से उठकर आपने अपनी क्षमता, कठिन परिश्रम, समर्पण और अनुशासन के सहारे देश का शीर्षस्थ पद सुशोभित किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति आपकी सेवाओं के सम्मान में आपको शीर्षस्थ सम्मान भारत रत्न से अलंकृत किया गया। भारत की संसद ने आपके योगदान के लिए आपको सर्वश्रेष्ठ सांसद के सम्मान से सम्मानित किया।