नई दिल्ली, 23 जनवरी (हि.स.)। ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने भारत से कोरोना वायरस महामारी के उपचार के लिए निर्मित वैक्सीन की आपूर्ति की तुलना हनुमान जी की संजीवनी बूटि से की है।
भारत से ब्राजील को वैक्सीन की आपूर्ति के कुछ समय बाद ही राष्ट्रपति ने बोल्सोनारो ने हनुमान जी के चित्र के साथ पुर्तगाली और अंग्रेजी में दो ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, “नमस्कार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी। ब्राजील कोरोना वायरस की समस्या का मुकाबला करने में भारत जैसे महान साझेदार के साथ जुड़कर सम्मानित महसूस कर रहा है। उन्होंने लिखा भारत से ब्राजील को वैक्सीन के निर्यात की सहायता के लिए धन्यवाद।”
पुर्तगाली भाषा में अपने ट्वीट में ब्राजील के राष्ट्रपति ने हनुमान जी चित्र साझा किया है। दुनिया के मानचित्र में भारत और ब्राजील को केन्द्रित करने वाले चित्र में हनुमान जी को द्रोणागिरी पर्वत उठकर उड़ान भरते दिखाया गया है जिसमें पर्वत के ऊपर एक गोले में टीका और वैक्सीन की शीशी दिखाई गई है। राम कथा के अनुसार मेघनाथ के वाण से मूर्छित हो गए थे। वैद्य ने उपचार के लिए हिमालय पर्वत पर संजीवनी बूटी लाने का सुझाव दिया था। हनुमान जी जब हिमालय पहुंचे तो वह संजीवनी बूटि नहीं पहचान पाए और पूरा पर्वत हाथ पर उठा लाए।
उल्लेखनीय है कि भारत ने सीरम इंस्टीट्यूयट की कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड की 20 लाख खुराक विमान के माध्यम से आज ब्राजील पहुंची। भारत ने कुछ देशों को अनुदान सहायता के तौर पर कोविड वैक्सीन भेजी है और कुछ देशों का भारत के साथ वाणिज्य करार हुआ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने शुक्रवार को बताया कि भारत ब्राजील, बांग्लादेश, म्यांमार और मोरक्को के अलावा दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब को भी वाणिज्यिक आधार पर जल्द कोविड वैक्सीन मुहैया करायेगा।