केंद्र की प्रमुख उपलब्धि राम मंदिर के निर्माण की शुरुआत, अनुच्छेद-370 का हटना
नई दिल्ली, 29 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद में अपने अभिभाषण के दौरान नरेन्द्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों के रूप में अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण की शुरुआत और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने का उल्लेख किया। उन्होंने मई 2020 के बाद लिये गए फैसलों और घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि बीते कुछ समय में हमने ऐसे काम कर दिखाए हैं जिन्हें कभी बहुत कठिन माना जाता था।
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 के प्रावधानों के हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों को नए अधिकार मिले हैं। इसके साथ ही नागरिकता संशोधन अधिनियम संसद द्वारा पास किया जा चुका है, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का लाभ देश को मिलना शुरू हो चुका है और सशस्त्र सेनाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है, कारोबार में सुविधा की दृष्टि से दुनिया में भारत की रैंकिंग ने रिकॉर्ड सुधार किया है। इस संबंध में व्यावहारिक बाधाओं को दूर करने पर विशेष बल दिया जा रहा है। इसके साथ ही वर्ल्ड टूरिज्म इंडेक्स की रैंकिंग में भारत 65वें से 34वीं रैंकिंग पर आ गया है।
कोविंद ने कहा कि जिस डीबीटी को नजरअंदाज किया जा रहा था, उसी की मदद से पिछले 6 साल में 13 लाख करोड़ रुपए से अधिक धनराशि लाभार्थियों को ट्रांसफर की गई है। कभी हमारे यहां सिर्फ 2 मोबाइल फैक्ट्रियां थीं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता देश है। आज मध्यम वर्ग के लाखों लोगों को भूमि-भवन (रियल स्टेट) निर्माण नियंत्रण और विकास कानून के तहत भूमि-भवन नियामक प्राधिकरण यानि रेरा का लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान सिर्फ नए कानून ही नहीं बने बल्कि 1500 से ज्यादा पुराने और अप्रासंगिक कानूनों को समाप्त किया जा चुका है। ऐसे अनेक निर्णय हैं, जो लगभग हर क्षेत्र में लिये गए हैं। मेरी सरकार ने दिखाया है कि नीयत साफ हो, इरादे बुलंद हों तो बदलाव लाया जा सकता है। इन वर्षों में मेरी सरकार ने जितने लोगों के जीवन को छुआ है, वह अभूतपूर्व है। हर गरीब का घर रौशन हो, इसके लिए ढाई करोड़ से अधिक बिजली कनेक्शन निःशुल्क दिए गए। गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल कम हो, इसके लिए 36 करोड़ से ज्यादा सस्ते एलईडी बल्ब वितरित किए गए।
कोविंद ने कहा कि दुर्घटना की स्थिति में गरीब परिवार को दर-दर न भटकना पड़े इसके लिए सिर्फ एक रुपए महीना के प्रीमियम पर 21 करोड़ से अधिक गरीबों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना से जोड़ा गया। गरीब की मृत्यु के बाद उसके परिवार के पास एक संबल रहे, इसलिए सिर्फ 90 पैसा प्रतिदिन के प्रीमियम पर लगभग साढ़े 9 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना से जोड़ा गया। गरीब का शिशु किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित न हो इसलिए मेरी सरकार ने न सिर्फ टीकों की संख्या बढ़ाई बल्कि टीकाकरण अभियान को देश के उन आदिवासी इलाकों में भी ले गई जो अब तक अछूते थे। मिशन इंद्रधनुष के तहत साढ़े 3 करोड़ से अधिक बच्चों का टीकाकरण किया गया। गरीब के हक का राशन कोई दूसरा न छीन ले, इसके लिए शत प्रतिशत राशन कार्ड को डिजिटल किया जा चुका है, 90 प्रतिशत राशन कार्डों को आधार से जोड़ा जा चुका है। रसोई के धुएं से गरीब बहन-बेटी की सेहत न खराब हो, इसके लिए उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ से ज्यादा मुफ्त कनेक्शन दिए गए। गरीब बहन-बेटी की गरिमा बढ़े, उनकी परेशानी कम हो, इसके लिए स्वच्छ भारत मिशन के तहत 10 करोड़ से ज्यादा शौचालय बनाए गए।
उन्होंने कहा कि घर में काम करने वाले भाई-बहन, गाड़ी चलाने वाले, जूता सिलने वाले, कपड़ा प्रेस करने वाले, खेतिहर मजदूर, ऐसे गरीब साथियों को भी पेंशन मिले, इसके लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना चलाई गई। इसके साथ ही गरीब को बैंकिंग व्यवस्था का लाभ मिले, इसके लिए 41 करोड़ से अधिक गरीबों के जनधन खाते खोले गए। इनमें से आधे से अधिक खाते हमारी गरीब बहनों और बेटियों के हैं।