अमेठी, 09 जुलाई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव हारने के बाद पहली बार अमेठी पहुंच रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी को स्थानीय स्तर पर विरोध का सामना करना पड़ सकता है। राहुल के पहुंचने से पहले यहां कई जगह लगाये गये पोस्टर में संजय गांधी अस्पताल को लेकर उनसे जवाब मांगा गया है।
पोस्टर में लिखा गया है कि ‘न्याय दो, न्याय दो, मेरे परिवार को न्याय दो, दोषियों को सजा दो’ इस अस्पताल में जिंदगी बचाई नहीं, गंवाई जाती है” इसके नीचे पीड़ित परिवार लिखा गया है। पोस्टर में अस्पताल और राहुल गांधी की तस्वीर भी है।
राहुल गांधी के संजय गांधी अस्पताल के मुख्य ट्रस्टी होने के कारण उनसे यह जवाब मांगा गया है। आज सुबह जब लोग सैर पर निकले तो उन्हे जगह-जगह ये पोस्टर दिखायी दिये। इसके बाद से ही शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से इसे भाजपा की राजनीति का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे पोस्टर के पीछे भाजपा के अलावा और कोई नहीं हो सकता। पार्टी निचले स्तर पर जाकर ही अपनी पहचान बनाना चाहती है। अमेठी से राहुल गांधी का रिश्ता अभी का नहीं है। गांधी परिवार पीढ़ियों से क्षेत्र की सेवा करता आया है। पोस्टर लगाना घटिया राजनीति है।
उधर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि अगर कोई वाजिब बात रखता है तो इसका जवाब दिया जाना चाहिए। किसी की पीड़ा निचले स्तर की राजनीति कैसे हो सकती है। राहुल गांधी अमेठी के जनप्रतिनिधि रहे हैं, उन्हें इसका जवाब देना चाहिए। आखिर पीड़ित परिवार के सदस्य को इलाज क्यों नहीं मिला, मौत क्यों हो गई। इसके लिए कौन जिम्मेदार है, उन पर क्या कार्रवाई की गई।
उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि राहुल गांधी इस मामले में क्षमा मांगते और पीड़ित परिवार के जख्मों पर मरहम लगाने का काम करते, लेकिन कांग्रेस अपनी संकीर्ण मानसिकता से बाहर नहीं निकल पायी है। पोस्टर के पीछे भाजपा की साजिश बताकर वह इसी का परिचय दे रही है। कांग्रेस ने इस तरह के आरोप लगाकर पीड़ित परिवार के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम किया है। आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है, जिसमें किसी तरह का भेद किये बिना गरीब तबके को नि:शुल्क इलाज मुहैया कराया जा रहा है। कांग्रेस को इसमें भी राजनीति नजर आती है। भाजपा मुद्दों की राजनीति करती है।
गौरतलब है कि विगत 25 अप्रैल को आयुष्मान भारत योजना के कार्ड धारक मुसाफिरखाना के नन्हेलाल मिश्र को इलाज के लिए संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके अगले दिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। मृतक के बेटे रोहित ने पिता की मौत पर अस्पताल प्रशासन व चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया था। बाद में जिला प्रशासन की जांच में आरोप सही पाये गये और अस्पतात के तीन चिकित्सकों को दोषी माना गया। हालांकि अस्पताल ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
अब राहुल गांधी के दौरे से पहले पोस्टर के ये जरिए ये मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। राहुल गांधी आज अमेठी में गौरीगंज के इंस्टीट्यूट ऑफ वीमेन एजूकेशन एंड टेक्नॉलाजी में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर चुनाव में हुई हार की समीक्षा करेंगे। बैठक में जनपद से लेकर ग्राम स्तर के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने इस बार अमेठी और केरल की वायनाड दो लोकसभा सीटों से चुनाव लड़ा था। अमेठी में स्मृति ईरानी से उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा। वह इस समय वायनाड से लोकसभा सांसद हैं।