श्रीनगर, 14 अक्टूबर (हि.स.)। कश्मीर घाटी में पिछले करीब 70 दिनों से बंद पोस्टपेड मोबाइल फोन की घंटी सोमवार दोपहर 12 बजे से बजनी शुरू हो गई। सोमवार दोपहर 12 बजे से 40 लाख से ज्यादा मोबाइल फोन एक बार फिर एक्टिव हो गए। राज्य सरकार ने शनिवार को पोस्टपेड सेवाओं पर पाबंदी हटाने का फैसला लिया था। राज्य सरकार ने यह फैसला कश्मीर घाटी के सुधरते हालात तथा पर्यटकों के एक बार फिर घाटी में आने पर लिया है।
कश्मीर घाटी में सोमवार दोपहर 12 बजे से सभी 10 जिलों में मोबाइल फोन की घंटियां एक बार फिर बजना शुरू हो गईं। लोग अपने-अपने रिशतेदारों, मित्रों तथा अन्य को फोन कर उनकी सलामती पूछते नज़र आए। कश्मीर घाटी में फिलहाल पोस्टपेड मोबाइल सेवा ही शुरू की गई है। प्रीपेड मोबाइल तथा मोबाइल इंटरनेट के लिए लोगों को फिलहाल अभी कुछ और दिनों का इंतजार करना पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 व 35ए को समाप्त किए जाने के दिन यानि 5 अगस्त से ही एहतियात के तौर पर मोबाइल फोन सेवाओं और इंटरनेट सुविधाओं को बंद कर दिया गया था। जम्मू और लद्दाख क्षेत्र में मोबाइल फोन सेवाओं को कुछ दिनों बाद शुरू कर दिया गया था लेकिन कश्मीर घाटी में पांच अगस्त से इन पर प्रतिबंध बना हुआ था।
कश्मीर घाटी में अब स्थिति धीरे-धीरे जनजीवन पटरी पर लौट रहा है जिसे देखते हुए राज्य प्रशासन चरणबद्ध तरीके से एक के बाद एक सुविधाओं को घाटी में बहाल कर रहा है। घाटी में सबसे पहले लैंडलाइन फोन सेवा को बहाल किया गया। इसके बाद कुपवाड़ा तथा हंदवाड़ा में मोबाइल फोन सेवा को शुरू किया गया और सोमवार को प्रशासन द्वारा पूरी कश्मीर घाटी में पोस्ट पेड मोबाइल फोन सेवा को एक बार फिर शुरू कर दिया गया है। प्रीपेड मोबाइल फोन सेवा को कश्मीर घाटी में शुरू होने में अभी कुछ और वक्त लग सकता है। इसके साथ ही पूरे जम्मू कश्मीर में अभी भी मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद है।
इसी बीच कुछ दिन पहले राज्य प्रशासन ने राज्य में पर्यटकों के घाटी न आने की रोक को भी हटा लिया था जिससे घाटी में एक बार फिर पर्यटकों की आमद शुरू हो गई है। पोस्ट पेड मोबाइल फोन शुरू होने से कश्मीर घाटी के लोगों ने राहत की सांस ली है। मोबाइल फोन शुरू होने से यहां आ रहे पर्यटकों को अब किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा और वह अपने मोबाइल फोन के जरिए ही अपने परिवार से संपर्क कर पाएंगे।
दूसरी ओर घाटी में स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है। सड़कों पर वाहन बड़ी संख्या में चल रहे हैं। सुबह शाम छोटी-बड़ी दुकानों खुली हुई हैं। बड़ी संख्या में लोग अपना रोजाना का सामान खरीदने के लिए अपने घरों से निकले हुए हैं। सभी शिक्षण संस्थान खुले हैं तथा सरकारी व निजी कार्यालयों में उपस्थिति सामान्य से अधिक है। शनिवार को हुए ग्रेनेड हमले के बाद कश्मीर घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को एक बार फिर सख्त कर दिया गया है।