पुलिसकर्मियों को ‘ड्यूटी पर स्टील की लाठी रखने की अनुमति नहीं’
नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के 400 से अधिक जवान जख्मी हो गए थे। इनमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तलवार लगने से जख्मी हुए थे। सोमवार को सोशल मीडिया पर शाहदरा जिले का एक वीडियो वायरल हो गया, जिसमें पुलिस के जवान स्टील की लाठी और स्टील के ही हैंड कवर के साथ दिखाई दिए। जवानों को तलवार से होने वाले हमले से बचाने के लिए एक निजी संस्था ने स्टील की लाठी और हैंड कवर बनाकर दिए थे। हालांकि जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि ड्यूटी पर इस तरह के हथियारों को रखने की कोई अनुमति नहीं है। इसलिए ऐसी सभी लाठियों और स्टील के हैंड कवर को संस्था को वापस कर दिया गया।
जिले के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ट्रैक्टर मार्च के दौरान कुछ किसानों ने पुलिस के जवानों पर अपनी तलवारों से हमला कर दिया था। प्लास्टिक और लकड़ी की लाठी तलवार के वारों को रोक नहीं पाई और कई पुलिसकर्मी तलवार लगने से जख्मी हो गए थे। इसको ध्यान में रखते हुए इलाके की एक संस्था ने पुलिस जवानों के लिए स्टील की लाठी बनाई। लाठी को पकड़ने के लिए बाकायदा हैंडल लगा हुआ था। जवान के एक हाथ में लाठी और दूसरे हाथ में बचाव करने के लिए स्टील का ही एक हैंड कवर भी बनाया गया है। इस कवर की मदद से जवान तलवार के वार से खुद को बचा सकते हैं।
सिंघु बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी ने अलीपुर एसएचओ पर तलवार से हमला कर दिया था। खुद को बचाने के लिए एसएचओ ने अपना हाथ आगे कर दिया था, जिसकी वजह से उनके हाथ में गंभीर चोट लगी थी। शाहदरा जिले के जवानों का कहना था कि यदि इस तरह के हथियार उनको मिल जाएं तो वह तलवारों के वार से अपनी रक्षा कर सकते हैं।