जेपीएससी कार्यालय का घेराव करने जा रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज
रांची, 23 नवम्बर (हि.स.)। सातवीं और दसवीं झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को जेपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए मोरहाबादी मैदान से निकले छात्रों पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया।
जेपीएससी कार्यालय घेराव करने जा रहे अभ्यर्थी मोरहाबादी मैदान निकले रहे थे। इसी दौरान पुलिस अभ्यर्थियों को रोकने के लिए पहुंचे। अभ्यर्थी और पुलिस के बीच नोकझोंक शुरू हुई। इस घटना के बाद पुलिस ने अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया, जिससे अभ्यर्थी इधर-उधर भागने लगे।
जेपीएससी अध्यक्ष को हटाने की मांग और बैरिकेडिंग को तोड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
मोरहाबादी मैदान में मंगलवार सुबह से विभिन्न जिलों से जुटे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगा कर नारेबाजी कर रहे थे। प्रदर्शनकारी छात्रों के समर्थन में विधायक नवीन जयसवाल, पद्मश्री मधु मंसूरी, भानु प्रताप शाही और लंबोदर महतो पहुंचे थे। छात्रों का कहना है कि इन चारों की उपस्थिति में लाठीचार्ज किया गया। कुछ छात्रों के घायल होने की सूचना है,लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कितने छात्र घायल हुए हैं। लाठीचार्ज से पूर्व प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को पुलिस ने दो बार खदेड़ा, लेकिन वह वापस जेपीएससी मुख्यालय का रूख करते रहे। प्रदर्शन के कारण मैदान से लेकर जेपीएसपी से मोरहाबादी मुख्यालय तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। लाठीचार्ज के बाद से छात्र काफी आक्रोशित हैं।
मौके पर भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही भी बापू वाटिका पर मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार में अगर थोड़ी भी लाज बची है तो जेपीएससी की पीटी परीक्षा को रद्द करनी चाहिए। इस दौरान विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि जेपीएससी में जो गड़बड़ी हुई है। उसकी सरकार को निष्पक्ष जांच करानी चाहिए। लेकिन ऐसा नहीं करके आज इन अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया जा रहा है। यह बिल्कुल गलत है। इस दौरान भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने कहा कि जेपीएससी में हेमंत सरकार की साजिश के तहत गड़बड़ी हुई है। पूरे जेपीएससी में परिवारवाद चल रहा है। छात्रों के भविष्य के साथ हेमंत सरकार खिलवाड़ कर रही है।
विधायकों ने प्रदर्शनकारियों का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार तत्काल प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम रद्द करे। साथ ही लाठीचार्ज की घटना की न्यायिक जांच कराए।