निशंक को हिंदी राइटर्स गिल्ड कनाडा ने ‘साहित्य गौरव सम्मान’ से किया सम्मानित
नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं केंद्रीय शिक्षामंत्री डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक को उनके उत्कृष्ट लेखन और साहित्य के लिये वातायन अन्तरराष्ट्रीय शिखर सम्मान के पश्चात हिन्दी राइर्टस गिल्ड कनाडा द्वारा एक और अन्तरराष्ट्रीय सम्मान ‘कनाडा साहित्य गौरव’ से सम्मानित किया गया।
वर्चुअल माध्यम से भारत एवं विश्व के 52 से अधिक देशों के प्रसिद्ध साहित्यकारों और हिन्दी प्रेमियों तथा शिक्षाविदों की उपस्थिति में राजभवन में उन्हें यह सम्मान उत्तराखण्ड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य के हाथों से प्रदान किया गया। निशंक को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि भारत के शिक्षा मंत्री निशंक एक मूर्धन्य कवि, लेखक, पत्रकार और लोकप्रिय राजनेता हैं। विधायक, सांसद, मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री रहते हुए भी आपने साहित्य सेवा के प्रति अपना समपर्ण सिद्ध किया है।
उन्होंने कहा कि निशंक का बहुमुखी व्यक्तित्व ही है जोकि साहित्य सेवा के साथ ही राजनीति एवं समाजसेवा में भी एक साथ सक्रिय है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से कनाडा में हिन्दी का इतना समृद्ध स्वरूप देखकर अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। हिन्दी को बच्चों तथा युवाओं के मध्य लोकप्रिय बनाना महत्वपूर्ण है। निशंक द्वारा लाई गई भारत की नई शिक्षा नीति में भी मातृभाषा में शिक्षा को महत्व दिया गया है।
इस प्रतिष्ठित सम्मान को पाने के बाद शिक्षा मंत्री निशंक ने हिंदी राईटर्स गिल्ड, कनाडा और कनाडा में रह रहे भारतवंशियों और वहां कार्यरत भारतीय भाषा संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान उन भारतवंशियों को समर्पित है जो विदेश में रहकर भी भाषा और संस्कृति के लिए समर्पित हैं और अत्यत समर्पण से विदेश में रहकर भी हिंदी, भारतीय भाषाओं और संस्कृति का परचम फहरा रहे हैं। उन्होंने कहा यह पुरस्कार भारत के उन करोड़ों व्यक्तियों, जैसे कि मजदूर, किसान, शिक्षक एवं कामगार, को भी समर्पित है जो तमाम कष्टों, कठिनाईयों और चुनौतियों के बीच भी नए भारत के निर्माण में लगे हुए हैं।
निशंक ने कनाडा और भारत के बीच भाषा और संस्कृति को लेकर हो रहे संवाद पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि आज एक महत्वपूर्ण संवाद हो रहा है और यह भी महत्वपूर्ण है कि यह वैश्विक संवाद हिंदी में हो रहा है। उन्होनें कहा, यह हिंदी के वैश्विक भाषा बनने का प्रतीक भी है। निशंक ने कहा कि हिंदी लेखन के विश्व पटल पर मारिशस, फीजी, ब्रिटेन और अमेरिका के लेखक तो सक्रिय हैं ही परंतु जिस तरह से इस संग्रह में हिंदी राईटर्स गिल्ड के प्रयासों से कनाडा में रहने वाले हिंदी रचनाकारों ने भारतीय डायसपोरा लेखन को समृद्ध किया है वह प्रशंसनीय है। इससे पूर्व कार्यक्रम में कनाडा में भारत के हाईकमीश्नर अजय विसारिया ने निशंक को बधाई देते हुए कहा कि सत्ता के शीर्ष पर एक संवेदनशील साहित्यकार का होना देश की प्रगति के लिये एक शुभ संकेत होता है।