नई दिल्ली, 28 अगस्त (हि.स.)। दुनिया की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन योजना, प्रधानमंत्री जन-धन योजना (पीएमजेडीवाई) के सफलतापूर्वक 7 वर्ष पूरे हो गए। इस योजना से देश के करोड़ों वंचितों और जरूरतमंदों की सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है। इसके तहत खोले गए खातों की संख्या करीब 43 करोड़ हो गई है। वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) ने शनिवार को ट्वीट करके इसकी जानकारी दी। वित्तीय सेवा विभाग ने अपने ट्वीट में लिखा है कि प्रधानमंत्री जन-धन योजना के खातों की संख्या में तीन गुना का इजाफा हुआ है।
केंद्र सरकार ने देश के नागरिकों तक बैंकिंग सुविधाओं की सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री जन-धन योजना को शुरू किया था, जिसने 28 अगस्त 2021 को सफलतापूर्वक सात वर्ष पूरे कर लिए हैं। वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले वित्तीय सेवा विभाग के मुताबिक मार्च 2015 में जन-धन खातों की संख्या 14.72 करोड़ से बढ़कर अब तक 43 करोड़ हो गए हैं।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि ‘आज पीएम जन-धन योजना के 7 साल हो रहे हैं। एक ऐसी पहल जिसने भारत के विकास की गति को हमेशा के लिए बदल दिया। इस योजना ने वित्तीय समावेशन और सम्मान का जीवन सुनिश्चित करने के साथ ही अनगिनत भारतीयों का सशक्तीकरण सुनिश्चित किया है। जन-धन योजना ने पारदर्शिता को मजबूत करने में भी मदद की है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने पीएमजेडीवाई के 7 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर कहा कि इस पहल ने ना सिर्फ देश के विकास की गति को हमेशा के लिए बदल दिया, बल्कि इसने अनगिनत भारतीयों का वित्तीय समावेशन, सम्मान का जीवन और सशक्तीकरण सुनिश्चित किया है। उन्होंने इस योजना को सफल बनाने में योगदान देने वाले सभी लोगों की सराहना करते हुए कहा कि उनके प्रयासों ने भारत के लोगों के जीवन को बेहतर बनाना सुनिश्चित किया है।