प्रधानमन्त्री ने हवाई सर्वेक्षण करके लिया बंगाल में नुकसान का जायजा
कोलकाता, 22 मई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात ‘अम्फन’ से पश्चिम बंगाल में हुए नुकसान का जायजा शुक्रवार को हवाई सर्वेक्षण करके लिया। सबसे पहले उत्तर 24 परगना के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
एक हेलिकॉप्टर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ मौजूद थे। दूसरे हेलिकॉप्टर में केंद्रीय मंत्रियों ने उड़ान भरी। इन लोगों ने सबसे पहले उत्तर 24 परगना के चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। गोसाबा, बसीरहाट, बनगांव होते हुए पीएम और सीएम का हेलीकॉप्टर दक्षिण 24 परगना पहुंचा जहां सुंदरबन, मीनाखां सहित समुद्र तटीय क्षेत्रों के ऊपर उड़ान भरता रहा। हेलीकॉप्टर में ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री को हालात के बारे में अवगत करा रही थी। 48 घंटे से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इन क्षेत्रों में अभी भी पानी जमा हुआ है। सड़कों पर टूटे पड़े पेड़, बिजली के खंभे, तार आदि जस के तस बिखरे पड़े हैं।
संचार व्यवस्था ठप हो जाने की वजह से यहां बिजली आपूर्ति भी नहीं हो पा रही। बिजली का कनेक्शन नहीं होने के कारण पानी आदि की आपूर्ति भी संभव नहीं हो पा रही है। इसलिए लोग काफी परेशानी में पड़े हुए हैं। एनडीआरएफ की 23 टीम और राज्य प्रशासन की टीम मिलकर लोगों के लिए राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। दोपहर के करीब हवाई सर्वेक्षण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकॉप्टर बसीरहाट कॉलेज मैदान में उतरा। अब सीएम के साथ उनकी बैठक होगी जिसमें नुकसान का आकलन किया जाएगा। इसके बाद प्रधानमंत्री चक्रवात से हुए नुकसान का जायजा लेने ओडिशा जायेंगे और हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील स्वीकार करके शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल पहुंचे। सुबह 11:00 बजे वह दमदम हवाई अड्डे पर उतरे जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उनका स्वागत किया। पीएम के साथ केंद्रीय पर्यावरण राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियो, महिला और बाल विकास राज्यमंत्री देवश्री चौधरी, धर्मेंद्र प्रधान और प्रताप सारंगी भी मौजूद थे। हवाई अड्डे पर एक दूसरे से मुलाकात के बाद दो हेलीकॉप्टर से ये सारे लोग हवाई सर्वेक्षण करने के लिए निकले।