केटीएस तुलसी ने की प्रधानमंत्री को ‘द रामायण ऑफ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी’ पुस्तक की पहली प्रति भेंट

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नई दिल्ली, 09 जुलाई (हि.स.)। राज्यसभा सांसद व नामी अधिवक्ता केटीएस तुलसी ने ‘द रामायण ऑफ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी’ की पहली प्रति शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट की। यह पुस्तक उनकी माता स्वर्गीय बलजीत कौर तुलसी द्वारा लिखित है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सिलसिलेवार ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा,”प्रसिद्ध वकील केटीएस तुलसी की मां स्वर्गीय श्रीमती बलजीत कौर तुलसी जी द्वारा लिखित पुस्तक द रामायण ऑफ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी की पहली प्रति प्राप्त की। यह पुस्तक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) द्वारा प्रकाशित की गई है।”

केटीएस तुलसी द्वारा गुरबानी शबद पाठ का ऑडियो साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,”बातचीत के दौरान विद्वान केटीएस तुलसी ने सिख धर्म के महान सिद्धांतों के बारे में बात की और गुरबानी शबद का पाठ भी किया। मैं उनसे अभिभूत हो गया।”

प्रधानमंत्री को पुस्तक भेंट किए जाने के अवसर पर राज्यसभा सांसद के साथ उनकी जपना तुलसी और पोती मुक्ति तुलसी उपस्थित रहे। इस दौरान आईजीएनसीए के अध्यक्ष और हिन्दुस्थान समाचार के समूह संपादक रामबहादुर राय, आईजीएनसीए के सदस्य सचिव सच्चिदानंद जोशी, राज्यसभा सदस्य सोनल मानसिंह भी मौजूद रहे।

आर्ईजीएनसीए के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी ने कहा उक्त पुुस्तक के बारे में जानकारी देते हुए कहा,”अपने कालखंड के सामाजिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए गुरु गोबिंद सिंह ने अवधि भाषा में ‘राम कथा’ की रचना की थी। वह एक अद्भुत ग्रंथ है, जिससे यह बात परिलक्षित होती है कि भारत की रचनात्मक एकता को कोई ताकत छू भी नहीं सकती।”

डॉ. जोशी ने कहा कि अब से 60 साल पहले बलजीत कौर तुलसी जी ने ‘राम कथा’ के आधार पर एक पुस्तक तैयार की थी। आज उस पुस्तक ‘द रामायण ऑफ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी’ की परिसंशोधन पहली प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेंट की गई। उन्होंने कहा कि यह ग्रंथ हमारे लिए अमूल्य धरोहर है, जिसे इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र चार भाषाओं अवधि, पंजाबी, हिन्दी और अंग्रेजी में प्रकाशित कर रहा है।


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