एकता के आध्यात्मिक सूत्र में बांधे रखा है गीता ने देश को : पीएम मोदी

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नई दिल्ली, 09 मार्च (हि.स)। हम सभी को श्रीमद्भागवत गीता के उस पक्ष को देश के सामने रखने का प्रयास करना चाहिए कि कैसे इस ग्रंथ ने आजादी की लड़ाई को ऊर्जा देने का कार्य किया और कैसे देश को एकता के आध्यात्मिक सूत्र में बांधकर रखा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यह बातें एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भागवत गीता के विभिन्न पक्षों पर शोध होना चाहिए। देश की युवा पीढ़ी का इस ग्रंथ से परिचय कराया जाना चाहिए। इसी संदर्भ में आगे उन्होंने कहा कि गीता ने निस्वार्थ सेवा सरीखे भारत के आदर्शों से दुनिया का परिचित कराया। अन्यथा भारत की निस्वार्थ सेवा, विश्व बंधुत्व की भावना बहुतों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं होती।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों की पांडुलिपि के साथ 21 विद्वानों की व्याख्या ग्रन्थ का विमोचन करते हुए अपनी बात रख रहे थे।

 


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