प्रगति में ‘जनभागीदारी’ को सराहने का अवसर आजादी की 75वीं वर्षगांठ दे रही : प्रधानमंत्री

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नई दिल्ली, 08 मार्च (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत की अब तक की उपलब्धियों में सभी का योगदान सम्मिलित है। इसे स्वीकारने और सराहने का अवसर हमें आजादी की 75वीं वर्षगांठ से जुड़ा उत्सव प्रदान कर रहा है। आजादी का यह अमृत महोत्सव जन-जन का और हर मन का महोत्सव है। इसके जरिए ही अबतक असंभव माने जाने वाले लक्ष्यों को भी पाया जा सकेगा।

केंद्र सरकार ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ को ‘अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाने का फैसला किया है। इस संबंध में 259 सदस्यीय उच्च स्तरीय राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया है जिसकी अध्यक्षता स्वयं प्रधानमंत्री कर रहे हैं। इसी समिति की पहली बैठक को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव जन-जन का और हर मन का महोत्सव बने इसका हमें प्रयास करना चाहिए। दुनिया को इसके माध्यम से पता चलना चाहिए कि भारत की 75 वर्षों की उपलब्धियां और आने वाले 25 वर्षों के संकल्प क्या हैं।

मोदी ने कहा कि अमृत महोत्सव ऐसा होना चाहिए जिसमें सनातन भारत के गौरव की झलक और आधुनिक भारत की चमक हो। उन्होंने कहा, “हमें 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर, उन्हें साथ जोड़कर आज़ादी के 75 साल का ये पर्व मनाना है।.. जनभागीदारी इस आयोजन की की मूल भावना है। हमारे देश का शायद ही कोई ऐसा स्थान हो, कोई ऐसा कोना हो जहां से किसी न किसी भारत माता के बेटे-बेटी ने अपना बलिदान नहीं दिया हो। उनके बलिदान से जुड़ी कहानियां जब देश के सामने आएँगी तो वो अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा का स्रोत होने वाला है। आज भारत वो सब कर रहा है, जिसकी कुछ साल पहले तक कल्पना नहीं होती थी।”

उन्होंने कहा कि आजादी की 75वां वर्ष ऐतिहासिक, गौरवशाली है और महत्वपूर्ण है। देश इसे भव्यता और उत्साह के साथ मनाएगा। हमारा सौभाग्य है कि समय ने इस महोत्सव को साकार करने की जिम्मेदारी हमें दी है। जिसमें देश के शहीदों को श्रद्धांजलि भी हो और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी। उन्होंने कहा कि हमें उत्सव आयोजन से जुड़े कार्यक्रमों में स्वतंत्रता संग्राम और 75 वर्षों के बाद नए विचार, उपलब्धियां, प्रयास और संकल्प पांच विषयों को लेकर आगे बढ़ना है।

मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अपना योगदान देने वालों के सपनों को साकार करने के लिए वर्तमान सरकार कार्यरत है। ‘आत्मनिर्भर’ भारत इसी की परिणीति है। अगले वर्ष आजादी के 75 वर्ष 15 अगस्त को पूरे होने जा रहे हैं। यह समिति आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की तैयारी के लिए नीतिगत दिशा-निर्देश देगी।

उल्लेखनीय है कि सरकार ने भारत की आजादी के 75 साल होने के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता राष्ट्रीय समिति गठित की थी। इस समिति के सदस्यों में पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, सीजेआई एसए बोबडे, एनएसए अजित डोभाल, 28 मुख्यमंत्री, नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, गायिका लता मंगेशकर और लगभग सभी केंद्रीय मंत्री और राज्यपाल शामिल किए गए हैं। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, माकपा नेता सीताराम येचुरी, एनसीपी नेता शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव, बसपा प्रमुख मायावती को भी इस समिति में जगह दी गई है।

 


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