चित्रकूट, 29 फरवरी (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चित्रकूट में शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का बटन दबाकर शिलान्यास किया। इस मौके पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को लेकर बनाई गई एक लघु फिल्म का प्रदर्शन प्रधानमंत्री की मौजूदगी में किया गया।
इस दौरान पंडाल में भारत माता की जय और जय श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे। मंच पर प्रधानमंत्री के पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें प्रतीक चिह्न भेंट करके स्वागत किया। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदी बेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना सहित अन्य मंत्री मौजूद रहे।
स्टॉल पर पहनाई गई गांधी टोपी, लोगों से ली उत्पादों की जानकारी
प्रयागराज में सामाजिक अधिकारिता शिविर के अंतर्गत आयोजित समारोह में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चित्रकूट के गोंडा गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मंच के पास कृषि, बुंदेलखंड की पेयजल योजनाओं सहित यूपिडा के स्टॉलों का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री ने विभिन्न स्टॉल पर जाकर वहां उत्पादों को देखा। इस दौरान एक व्यक्ति ने उन्हें गांधी टोपी भी पहनाई, जिसे प्रधानमंत्री ने सहर्ष स्वीकार किया। उन्होंने स्टॉल पर महिलाओं से भी उनके बनाये उत्पादों के बार में पूछा। प्रधानमंत्री ने बेहद दिलचस्पी से लोगों से बातचीत की, जिससे वह बेहद उत्साहित नजर आए।
बुंदेलखंड की तक्दीर बदलने का भी काम करेगा एक्सप्रेस-वे: नरेन्द्र तोमर
इस मौके पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि बुंदेलखंड की इस पावन धरती पर प्रधानमंत्री मोदी का आगमन और उनकी कार्यक्रम में उपस्थिति बुंदेलखंड क्षेत्र में विकास के मार्ग को प्रशस्त करने का संकेत देती है। एक समय था जब बुंदेलखंड का क्षेत्र लगातार विकास की बाट जोहता रहता था। आज एक्सप्रेस-वे जरिए न सिर्फ यहां की तस्वीर बदलने का काम हो रहा है, बल्कि यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड की तकदीर बदलने का भी काम करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जब से देश में काम संभाला है तब से गांवों और किसानों के जीवन में बदलाव की क्रांतिकारी शुरुआत हुई है। पहले की सरकारों की दृष्टि यहां तक नहीं होती थी, उनमें व्यापकता का अभाव था। प्रधानमंत्री मोदी के जेहन में गांव, गरीब की पीड़ा, किसानों की समस्या होती है, इसलिए वह सरकारी योजनाओं के जरिए गांव, गरीब, किसान के जीवन में उन्नति लाने का काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के एक कार्यकाल में दस करोड़ से अधिक शौचालय बनाने का काम किया गया। उज्जवला योजना की बदौलत अमीर गरीब का अन्तर हटाया और आठ करोड़ परिवारों में महिलाओं को रसोई गैस का सिलेंडर मिला। किसानों की आय दोगुना करने के तहत काम किया गया। व्यापक दृष्टिकोण के आधार पर गोरखपुर में 24 फरवरी 2019 को पीएम किसान योजना का शुभारम्भ किया था। इसके तहत किसानों के खाते में छह हजार रुपये महीने प्रदान किए जा रहे हैं। एक साल में 8.52 करोड़ लोगों को 50 हजार करोड़ उनके बैंक खाते में पहुंचाये गये।
एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारों पर होगी डिफेंस कॉरिडोर की स्थापना
296.070 किलोमीटर के इस एक्सप्रेस-वे से प्रदेश के सात जनपद सीधे तौर पर जुड़ेंगे। छह लेन वाला यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड में आर्थिक क्रान्ति लाने में भी बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा। इसके लिए अब तक 95 फीसदी से अधिक भूमि का अधिग्रहण भी हो चुका है। बुंदेलखंड के विकास के लिए एक्सप्रेस-वे रीढ़ की हड्डी जैसा साबित होगा, यह विकास की रीढ़ है। प्रदेश के लिए घोषित डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्रियल कॉरिडोर की स्थापना भी इसी एक्सप्रेस-वे के दोनों किनारों पर होगी। इसके लिए जिन 6 नोड्स को चिह्नित किया गया है, उनमें दो नोड्स बुंदेलखंड के चित्रकूट और झांसी हैं। 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड की तकदीर को बदल कर रख देगा। एक्सप्रेस-वे और डिफेंस कॉरिडोर से यहां के युवाओं को नौकरी मिलेगी। बाहर के नौजवान भी यहां रोजगार के लिए आएंगे। एक्सप्रेस-वे से बुंदेलखंड के लोग पांच घंटे में दिल्ली का रास्ता तय करेंगे।
एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड में पर्यटन व आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से अहम
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड में पर्यटन व आर्थिक विकास के दृष्टिकोण से अहम है। यह बांदा, हमीरपुर, जालौन, औरैया होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-91 (इटावा-बेवर मार्ग) से लगभग 16 किलोमीटर पहले कुदरैल गांव के पास खत्म होगा।