खुले में शौच से मुक्ति देशवासियों का पुरुषार्थ : मोदी

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बापू के सपनों का बन रहा है भारत, सरकार जल जीवन मिशन पर खर्च करेगी 3.50 लाख करोड़ – गांधीजी के जीवन पर अष्टकोणीय डाक टिकट का विमोचन किया- पीएम मोदी ने 150 रुपये के चांदी के सिक्के जारी किए



अहमदाबाद, 02 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती पर बुधवार को साबरमती आश्रम पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पीएम मोदी साबरमती रिवरफ्रंट पहुंचे और स्वच्छ भारत कार्यक्रम में हिस्सा लिया और भारत को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया। उन्होंने कहा कि खुले में शौच मुक्त भारत (ओडीएफ) देशवासियों के पुरुषार्थ की सफलता है सरकार या प्रधानमंत्री की नहीं। उन्होंने कहा कि बापू के सपनों का नया भारत बन रहा है जो स्वच्छ होगा, पर्यावरण सुरक्षित होगा। जहां हर व्यक्ति स्वस्थ होगा, फिट होगा। जहां हर मां, हर बच्चा पोषित होगा। बापू के सपनों का भारत, जहां हर नागरिक सुरक्षित महसूस करेगा।
महात्मा गांधी के जन्म के 150 साल पूरे होने पर पीएम मोदी ने 150 रुपये के चांदी के सिक्के जारी किए। पीएम मोदी ने गांधीजी के जीवन पर अष्टकोणीय डाक टिकट जारी किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने जल जीवन मिशन शुरू किया है। इससे भी जल बचाने में मदद मिलने वाली है। सरकार ने जल जीवन मिशन पर 3.50 लाख करोड़ रुपए खर्च करने का फैसला किया है लेकिन देशवासियों की सक्रिय भागीदारी के बिना इस विराट कार्य को पूरा करना मुश्किल है।
इसके बाद उन्होंने साबरमती में देशभर से आए स्वच्छता सिपाहियों का स्वागत करते हुए सरपंचों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बापू का संकल्प था कि भारत का हर गांव स्वावलंबी हो। हम राष्ट्रीय ग्राम स्वराज माध्यम से इस संकल्प को सिद्धि की तरफ ले जा रहे हैं। महात्मा गांधी समाज में खड़े आखिरी व्यक्ति के लिए हर फैसला लेने की बात करते थे। हमने आज उज्जवला, प्रधानमंत्री आवास योजना, जनधन योजना, सौभाग्य योजना, स्वच्छ भारत जैसी योजनाओं से उनके इस मंत्र को व्यवस्था का हिस्सा बना दिया है। हम योग दिवस, आयुष्मान भारत, फिट इंडिया मूवमेंट के जरिए इस विचार को देश के व्यवहार में लाने का प्रयास कर रहे हैं। महात्मा गांधी वसुधैव कुटुम्बकम् में विश्वास रखते थे। अब भारत अपनी नई योजनाओं और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्धता के माध्यम से दुनिया को कई चुनौतियों से लड़ने में मदद कर रहा है। बापू का सपना आत्मनिर्भर, आत्मविश्वास से भरे भारत का था। आज हम मेक इन इंडिया, स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया से इन सपनों को साकार करने में लगे हैं।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश जब गंभीर खाद्य संकट से जूझ रहा था तो लाल बहादुर शास्त्री ने देशवासियों से अपनी खाने की आदतों में बदलाव का आह्वान किया लेकिन शुरुआत अपने परिवार से की। आज पूरी दुनिया स्वच्छ भारत अभियान के हमारे इस मॉडल से सीखना चाहती है, उसको अपनाना चाहती है। कुछ दिन पहले ही अमेरिका में जब भारत को ग्लोबल गोलकीपर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया तो भारत की कामयाबी से पूरा विश्व परिचित हुआ। मैंने संयुक्त राष्ट्र में भी ये कहा था कि भारत अपने अनुभवों को दूसरे देशों से साझा करने के लिए हमेशा तैयार है। आज नाइजीरिया, इंडोनेशिया और माली सरकार के प्रतिनिधि हमारे बीच में हैं। भारत को आपके साथ स्वच्छता के लिए, सैनिटेशन के लिए सहयोग करते हुए बहुत खुशी होगी।
पीएम मोदी ने कहा कि ये देखने को मिलने लगा है कि प्लास्टिक के कैरी बैग का उपयोग बहुत तेज़ी से घट रहा है। मुझे ये भी जानकारी है कि आज देश भर में करोड़ो लोगों ने सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग ना करने का संकल्प लिया है। इससे पर्यावरण का भी भला होगा, हमारे शहरों की सड़कों और सीवेज को ब्लॉक करने वाली बड़ी समस्या का समाधान भी होगा और हमारे पशुधन की, समुद्री जीवन की भी रक्षा होगी। मैं फिर कह रहा हूं कि हमारे इस आंदोलन के मूल में व्यवहार परिवर्तन है। ये परिवर्तन पहले स्वयं से होता है, संवेदना से होता है। यही सीख हमें, गांधी जी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन से मिलती है।
रिवरफ्रंट पर आयोजित सम्मेलन में 20 हजार से अधिक सरपंच शामिल हुए। इसमें गुजरात के 10 हजार और उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 10 हजार सरपंच आये थे। इसके अलावा, सेनेटरी, स्वयं सहायता समूहों, योजना से जुड़े ग्राम स्तर के स्वच्छता कार्यकर्ता, महिला चैंपियन के कुल प्रतिनिधियों में से 60 फीसदी से अधिक महिलाएं मौजूद रहीं। कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 400 से अधिक बसों की व्यवस्था की गई थी।
इससे पूर्व हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद पीएम मोदी का भाजपा कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने यहां मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग जानते हैं कि आज भारत की प्रतिष्ठा पूरे विश्व में बढ़ रही है। भारत के प्रति स्वीकृति और सम्मान ये सहज अनुभव आता है। विश्व स्तर पर हो रहे कई सकारात्मक बदलावों में भारत सबसे आगे है। आज भारत के पासपोर्ट कि ताकत बढ़ गई है। आज जिसके पास भारत का पासपोर्ट होता है, दुनिया उसके सामने इज्जत के साथ देखती है। ये हिंदुस्तान की ताकत है कि जिसका एक छोटा सा प्रतिबिंब ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम में सारी दुनिया ने देखा है। विश्व भर में फैले हुए भारत के हमारे भाइयों-बहनों का हौसला बदलते हुए हिंदुस्तान ने बुलंद किया है। हिंदुस्तान की गरिमा ने उनकी गरिमा को बढ़ाया है इसलिए दुनिया के किसी भी देश में रहने वाले भाइयों-बहनों की प्रतिष्ठा को चार चांद लग गए हैं। इसके बाद प्रधान मंत्री अपने चार घंटे के प्रवास के दौरान चार कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए निकल गए।

 


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