ह्यूस्टन, 22 सितम्बर (हि.स.)। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने सात दिवसीय अमेरिकी दौरे पर रविवार को ह्यूस्टन पहुंच गए। प्रधानमंत्री का विमान ह्यूस्टन के जार्ज बुश इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरा। प्रधानमंत्री का ट्रेड ऐंड इंटरनेशनल अफेयर्स के निदेशक क्रिस्टफर ओल्सन और अन्य अमेरिकी आधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के पहले दिन ऊर्जा क्षेत्र की कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक की।
यह बैठक स्थानीय होटल पोस्ट ओक में हुई। इस दौरान टेल्यूरिन और पेट्रोनेट के साथ पांच मिलियन टन लिक्विफाइड नेचुरल गैस (एलएनजी) के लिए मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग ( एमओयू) पर साइन किया गया। टेल्यूरियन और पेट्रोनेट ने स्थानांतरण अनुबंध को मार्च 2020 तक अंतिम रूप देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। टेल्यूरियन ने फरवरी में पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड इंडिया (पीएलएल) के साथ एक एमओयू साइन किया था। इसका उद्देश्य पीएलएल ड्रिफ्टवुड परियोजना में निवेश की संभावनाएं तलाशना था।
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ह्यूस्टन में रह रहे सिख समुदाय के लोगों से मुलाकात की। सिख समुदाय के लोगों ने प्रधानमंत्री के फैसलों की सराहना की। उन्होंने प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा। सिख सुमदाय ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया है वे 1984 के सिख विरोधी दंगों पर बोलें। ज्ञापन में दिल्ली एयरपोर्ट का नाम बदलकर गुरुनानक देव अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा रखने की अपील की गई।
प्रधानमंत्री मोदी रविवार को अपने सम्मान में आयोजित होने वाले कार्यक्रम हाउडी मोदी में हिस्सा लेंगे। उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम का आयोजन टेक्सास इंडिया फोरम ने किया है। इस कार्यक्रम में 50 हजार से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। मोदी अमेरिका प्रवास के दौरान 50 किलोवाट क्षमता के गांधी सोलर पार्क का उद्घाटन भी करेंगे।