टेम्परेरी को हटाने में लग गए 70 साल : प्रधानमंत्री मोदी

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मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के कदम की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि एक टेम्परेरी को हटाने में 70 साल लग गए



पेरिस/नई दिल्ली, 23 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत में अब ‘टेम्परेरी’ (अस्थाई व्यवस्था) का दौर खत्म हो चुका है और सकारात्मक बदलाव का स्थाई दौर शुरू हो गया है। मोदी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के कदम की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह बहुत आश्चर्य की बात है कि एक टेम्परेरी को हटाने में 70 साल लग गए।

फ्रांस यात्रा पर गए मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र संस्था यूनेस्को स्थित मुख्यालय में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में अब टेम्परेरी व्यवस्था नहीं चलेगी और जो होगा हमेशा के लिए होगा। भारत में पहले की कांग्रेस सरकारों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘गांधी और बुद्ध की धरती, राम और कृष्ण की भूमि में ‘टेम्परेरी’ को हटाने में हमें 70 साल लगे। मुझे समझ नहीं आ रहा इस पर हंसू या रोऊं।’’

अपने दूसरे कार्यकाल में फ्रांस की पहली यात्रा पर गए प्रधानमंत्री ने पिछले लोकसभा चुनाव में हासिल जनादेश का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यह जनादेश केवल सरकार चलाने के लिए नहीं है बल्कि नए भारत के निर्माण के लिए है। प्राचीन सभ्यात और संस्कृति की विरासत वाला नया भारत 21वीं सदी की आधुनिकता समेटे होगा, जिस पर पूरी दुनिया गर्व करेगी।

उन्होंने कहा कि नए भारत में केवल उद्योग और व्यापार की सुगमता ही नहीं बल्कि जीवन यापन की सुगमता भी सुनिश्चित की जाएगी। भारत एक ऐसी विकास यात्रा पर निकल चुका है, जिसमें वह गरीबी, बीमारी और अभाव को दूर करने के लक्ष्यों को निर्धारित समय से पहले हासिल कर लेगा।

मोदी ने कहा कि अभी उनकी सरकार को 100 दिन भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन सकारात्मक बदलाव साफ दिखाई दे रहा है। देश में भ्रष्टाचार, परिवारवाद, भाई-भतीजावाद, जनता के पैसे की लूट और आतंकवाद पर लगाम कसी जा रही है। विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए शुरू की गई यात्रा में रूकने और थमने का सवाल ही नहीं। सरकार स्पष्ट नीति और सही दिशा के बलबूते एक के बाद एक बड़े फैसले कर रही है।

मोदी ने तीन तलाक कुप्रथा को समाप्त करने के लिए बनाए गए कानून का जिक्र करते हुए कहा कि इससे नारी का सम्मान सुनिश्चित हुआ है और मुस्लिम महिलाओं पर तीन तलाक की तलवार लटकी रहती थी, अब यह संकट दूर हो गया है। मुस्लिम कट्टरपंथियों की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं बोलें या न बोलें, उन्हें बोलने दिया जाए या न बोलने दिया जाए, लेकिन उनका आशीर्वाद सरकार के साथ हमेशा रहेगा।

लोकसभा चुनाव के जनादेश के असर का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि पिछले दिनों संपन्न संसद सत्र में जितना कामकाज हुआ, ऐसा पिछले 60 साल के दौरान नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि संसद सत्र के सार्थक और फलदायी होने का कारण यह था कि सभी राजनीतिक दलों पर जनादेश का दवाब था।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी सात सितंबर को जब चन्द्रयान-2 चन्द्रमा पर उतरेगा तो यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय होगा। चन्द्रमा पर उतरने वाला भारत चौथा देश होगा।

फ्रांस की क्रांति के संदेश ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस की दोस्ती इन्हीं मूल्यों पर आधारित है। वह दोस्ती केवल विचारों के स्तर पर ही नहीं बल्कि जमीन पर भी साकार दिखाई देती है। इस संबंध में उन्होंने भारत और फ्रांस की पहल पर बनाए गए सौर उर्जा गठबंधन (सोलर एलायंस) का उल्लेख किया, जिसके साथ अबतक 75 देश जुड़ चुके हैं।

प्रथम विश्वयुद्ध में मानवता के पक्ष में भारत के सैनिकों के योगदान की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि फ्रांस की रक्षा करते हुए नौ हजार भारतीय सैनिकों ने अपने प्राणों की आहुती दी थी। फ्रांस में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को नौ हजार का यह आंकड़ा नहीं भूलना चाहिए।

मोदी ने आधारभूत ढांचे (इन्फ्रासट्रक्चर) की सूत्र रूप में व्याख्या करते हुए कहा कि उनके लिए इन्फ्रा का मतलब इंडिया और फ्रांस से है। दोनों देश रक्षा क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र, औद्योगिक क्षेत्र, प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। आधुनिकत्म प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भी कई साझा परियोजनाएं चल रही हैं, जिसमें फ्यूजन रियक्टर भी शामिल है। इसके जरिए अथाह विद्युत हासिल की जा सकेगी।

फ्रांस में रह रहे भारतीयों की सफलता का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि आप भारत की मिट्टी से जुड़े हैं और फ्रांस में मेहनत के जरिए अपना मुकाम बनाने में सफल हुए हैं। फ्रांस की प्रगति में प्रवासी भारतीयों का भी उल्लेखनीय योगदान है। प्रवासी भारतीयों को मोदी ने जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गणपति महोत्सव अब पेरिस के सांस्कृतिक कैलेंडर में शामिल हो गया है और अब यहां भी गणपति बप्पा मौरिया की गुंज सुनाई देती है।

उन्होंने कहा कि यह वर्ष सभी भारतीयों के लिए विशेष महत्व का है, क्योंकि इस साल महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और गुरुनानक देव का 550वां प्रकाश उत्सव देश दुनिया में मनाया जाए


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