प्रधानमंत्री और अमित शाह सहित अन्य भाजपा नेताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी
धानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बालिदान दिवस पर याद करते हुए कहा कि वह एक देशभक्त और गर्वित राष्ट्रवादी थे जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित किया। एक मजबूत और एकजुट भारत के लिए उनका जुनून हमें प्रेरित करता है और हमें 130 करोड़ भारतीयों की सेवा करने की ताकत देता है।
नई दिल्ली, 23 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष-सह केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित अन्य भाजपा नेताओं ने रविवार को भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके बालिदान दिवस पर याद करते हुए कहा कि वह एक देशभक्त और गर्वित राष्ट्रवादी थे जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित किया। एक मजबूत और एकजुट भारत के लिए उनका जुनून हमें प्रेरित करता है और हमें 130 करोड़ भारतीयों की सेवा करने की ताकत देता है।
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी स्वर्गीय मुखर्जी को श्रद्धांजलि दी। शाह और पार्टी के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा दोनों ने यहां पार्टी मुख्यालय में “महान देशभक्त” भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित की। शाह ने इस मौके पर जम्मू-कश्मीर में एक देश एक संविधान मानदंडों को सुनिश्चित करने में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद किया।
उन्होंने ट्वीट संदेश में लिखा, आज यदि हम जम्मू-कश्मीर में बिना परमिट के जा सकते हैं और पश्चिम बंगाल भारत का अभिन्न अंग है तो उसके पीछे डॉ. मुखर्जी जी का बलिदान है। ऐसे अभिजात देशभक्त के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में कोटि-कोटि वंदन। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के लिए सिर्फ राष्ट्र सर्वोपरि था इसीलिए उन्होंने सत्ता का त्याग कर देश की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान के विरुद्ध डॉ. मुखर्जी ने स्वतंत्र भारत का पहला राष्ट्रवादी आंदोलन छेड़ा था। उन्होंने कहा कि भारत के पुनर्निर्माण के उद्देश्य से डॉ. मुखर्जी ने जनसंघ की स्थापना की। इससे पहले नड्डा ने यहां फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के निकट स्थित शहीदी पार्क में डॉ. मुखर्जी को पुष्पांजलि अर्पित की।
भाजपा मुख्यालय में नड्डा ने कहा कि मुखर्जी ने ‘एक देश मे दो विधान,दो प्रधान,दो निशान नही चलेगा’ के गगनभेदी नारे से भारत की अखंडता के लिए स्वतंत्रता के बाद पहला राष्ट्रवादी आंदोलन शुरू किया। उन्हीं के बलिदान के कारण ही आज जम्मू कश्मीर से परमिट सिस्टम समाप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मुखर्जी का जम्मू-कश्मीर की अखंडता में योगदान आज भी प्रासंगिक है। उल्लेखनीय है कि 6 जुलाई, 1901 को जन्मे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 23 जून, 1953 को अंतिम सांस ली थी।