फार्मा क्षेत्र में निवेश को लेकर की बात भारत ने अमेरिका की शीर्ष कंपनियों से
वॉशिंगटन, 05 मई (हि.स.)। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कोरोना संकट के मद्देनजर अमेरिकी दवा कंपनियों से फार्मा क्षेत्र में निवेश को लेकर वर्चुअल तौर पर बात की। संधू ने फाइजर के सीईओ अल्बर्ट बुर्ला, मार्क कास्पर के सीईओ थर्मो फिशर, एंटीलिया साइनटिफिक के सीईओ बर्न्ड ब्रस्ट, पाल लाइफ साइंसेज के सीईओ जोसेफ रेप्प के साथ बात की। उन्होंने साइटीवा के अध्यक्ष इमानुएल लिगनर के साथ भी बात की। फार्मा कंपनियों के साथ बात के दौरान उन्होंने कहा कि भारत दवा और चिकित्सा उपकरणों के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना चाहता है।
संधू ने बताया कि भारत ने हाल ही में उत्पादन से संबंधित स्कीम की शुरुआत की है जिससे अमेरिका को निवेश के लिए नए अवसर मिलेंगे। संधू ने पिछले हफ्ते बुर्ला के साथ बैठक में इस मुद्दे पर बात की थी कि फाइजर इस संकट भरे समय में किस प्रकार भारत की मदद कर सकता है। बुर्ला ने कहा था कि भारत में कोरोना की स्थिति को लेकर फाइजर चिंतित है और सहयोग करने के लिए उनकी कंपनी हर संभव प्रयास कर रही है।
पाल लाइफ साइंसेज के सीईओ रेप्प से भारतीय राजदूत ने सप्लाई चेन को मजबूत करने, रेमडेसिविर इंजेक्शन और नोवावैक्स के वैक्सीन की सप्लाई को लेकर बात की। इस कंपनी का भारत में एक बड़ा नेटवर्क है। इसके कार्यालय अहमदाबाद, दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, चंडीगढ़ और बंगलुरु में हैं। एंटीलिया के सीईओ ब्रस्ट के साथ बात करते हुए संधू ने कोविशील्ड और नोवावैक्स वैक्सीन के लिए समय पर इनपुट सुनिश्चित करने के लिए किए जा रहे उनके कंपनी के प्रयासों की सराहना की।