नई दिल्ली, 06 जुलाई (हि.स.)। आम बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और सेस बढ़ाने के ऐलान के बाद इनके दाम में बढ़ोतरी हो गई है। राजधानी दिल्ली में शनिवार को पेट्रोल 2.45 रुपये और डीजल 2.36 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया।
लोकसभा में शुक्रवार को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तर वर्ष 2019-20 का आम बजट पेश करते समय अपने बजट भाषण के दौरान पेट्रोल और डीजल पर 2-2 रुपये प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी और रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस बढ़ाने का ऐलान किया था जिसमें यह दावा किया गया था कि इस बढ़ोतरी से खजाने में 28 हजार करोड़ रुपये की इनकम होगी।
चार प्रमुख शहरों में बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें-
-राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 02 रुपये 45 पैसे बढ़कर 72 रुपये 96 पैसे हो गए हैं। वहीं, डीजल के दाम में 02 रुपये 36 पैसे का इजाफा होकर 66 रुपये 69 पैसे हो गया है।
-आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के दाम बढ़कर 78.57 रुपये हो गया है। जबकि डीजल के दाम 69.9 रुपये हो गए हैं। -चेन्नई में पेट्रोल का दाम बढ़कर 75.46 रुपया हो गया है। वहीं, डीजल के दाम बढ़कर 70.48 रुपया हो गए हैं। -कोलकाता में पेट्रोल के बढ़कर 75.15 रुपये हो गया है। वहीं, डीजल के दाम बढ़कर 68.59 रुपये हो गया है। फिलहाल पेट्रोल पर कुल 17.98 रुपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क (एक्साकइज ड्रयूटी) और उपकर (सेस) लगता है। वहीं, डीजल पर कुल 13.83 रुपये प्रति लीटर के शुल्क लगते हैं।
-राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 02 रुपये 45 पैसे बढ़कर 72 रुपये 96 पैसे हो गए हैं। वहीं, डीजल के दाम में 02 रुपये 36 पैसे का इजाफा होकर 66 रुपये 69 पैसे हो गया है।
-आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के दाम बढ़कर 78.57 रुपये हो गया है। जबकि डीजल के दाम 69.9 रुपये हो गए हैं। -चेन्नई में पेट्रोल का दाम बढ़कर 75.46 रुपया हो गया है। वहीं, डीजल के दाम बढ़कर 70.48 रुपया हो गए हैं। -कोलकाता में पेट्रोल के बढ़कर 75.15 रुपये हो गया है। वहीं, डीजल के दाम बढ़कर 68.59 रुपये हो गया है। फिलहाल पेट्रोल पर कुल 17.98 रुपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क (एक्साकइज ड्रयूटी) और उपकर (सेस) लगता है। वहीं, डीजल पर कुल 13.83 रुपये प्रति लीटर के शुल्क लगते हैं।
इन सबके अलावा अलग-अलग राज्यों के हिसाब से वैट भी लगता है। वित्तमंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि अतिरिक्ती संसाधन जुटाने के लिए इसकी आवश्यलकता है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल(क्रूड) की कीमत नीचे बनी हुई है। इस स्थिति में मुझे पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी और सेस की समीक्षा का अवसर मिला है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल लगातार बढ़ते पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने के लिए राज्यों में विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन वित्तमंत्री अरुण जेटली ने ईंधन पर एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये तक की कटौती का ऐलान किया था।