लखनऊ, 27 दिसम्बर (हि.स.)। नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) के विरोध की आड़ में पिछले जुमे के दिन नमाज के बाद हुई व्यापक हिंसा को ध्यान में रखते हुए इस बार पहले से पूरे प्रदेश में अलर्ट है। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने प्रदेश के लखनऊ, मेरठ सहित 20 जिलों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गयी हैं। सड़कों पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गयी है। कई जगह ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। शासन ने उपद्रवियों के साथ सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है।
प्रशासन ने एहतियात के तौर पर लखनऊ, फीरोजाबाद ,कानपुर, सीतापुर, मेरठ, गाजियाबाद, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर, आगरा, अलीगढ़ सहित 20 जिलों में जुमे के दिन इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी हैं। शुक्रवार सुबह से ही लखनऊ, कानपुर, सीतापुर, अलीगढ़ आदि शहरों में गश्त कर रही है। इसके साथ ही मस्जिदों के आस-पास ज्यादा सतर्कता बढ़ाई गयी है। मिश्रित आबादी में गश्त बढ़ाने के अलावा पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। गोरखपुर में प्रशासन ने शुक्रवार को शहर, खासकर कोतवाली इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। दोपहर की नमाज से पहले उपद्रव प्रभावित इलाके में पैरामिलिट्री फोर्स और भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। सुरक्षा इंतजाम की कमान एसपी सिटी के हाथ में होगी।
मुरादाबाद मंडल में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के अलावा पुलिस के साथ पीएसी एवं पैरामिलिट्री फोर्स मोर्चा संभाले हुए है। गुरुवार को मुरादाबाद मंडल के सभी जिलों में अधिकारियों के साथ पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स ने पैदल मार्च किया। मेरठ के डीआईजी दफ्तर में सोशल मीडिया लैब बनी है। यही लैब डिजिटल वालंटियर्स के जरिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सभी जिलों पर नजर रख रही है। अर्द्ध सैनिक बलों की पांच कंपनी अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में लगाई गई हैं। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। मेरठ में पुलिस ने सभी मस्जिदों की सूची बनाकर सुरक्षा के बंदोबस्त किए हैं।
मुजफ्फरनगर में संवेदनशील क्षेत्रों की सुरक्षा आरएएफ तथा पीएसी को सौंपी गई है। एक सप्ताह में 687 बैठक कर लोगों से शांति कायम रखने की अपील की गई है। बुलंदशहर में जुमे की नमाज को लेकर काफी सतर्कता हैं। इंटरनेट सेवा पर पाबंदी बरकरार है। सहारनपुर में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हालांकि, बुलंदशहर के खुर्जा में गुरुवार को शरारती तत्वों ने धार्मिक स्थल के अंदर मांस के टुकड़े फेंककर अराजक तत्वों ने माहौल बिगाडऩे की कोशिश की। संभ्रांत लोगों और पुलिस की सतर्कता के चलते मामला शांत हुआ।
बरेली में डीआईजी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि रामपुर में ड्यूटी के लिए गए पुलिसकर्मी वापस बुला लिए गए हैं। खुफिया टीमें सक्रिय हैं। पीएसी और आरएएफ भी तैनात रहेगी। धार्मिक स्थलों पर पुलिस, पीएसी तैनात है। शरारती तत्वों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है। गुरुवार को भी दिनभर शांति समिति की बैठकें चलती रहीं।