पटना, 29 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन कर दिया गया है। पटना, जहानाबाद, दरभंगा, औरंगाबाद, सासाराम (रोहतास), भभुआ (कैमूर), नवादा, बक्सर, समस्तीपुर, रक्सौल, जमुई सहित राज्य के सभी 38 जिलों में शहरों से लेकर गांवों तक असरदार दिख रहा है। पुलिस और जिला प्रशासन की पहल से लोग खुद ही सतर्कता बरत रहे हैं। सड़कों पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा है। राशन, दवा, दूध, फल और सब्जी को छोड़ सभी दुकानें बंद हैं। आवश्यक सेवा को छोड़कर अन्य वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप है। हांलाकि, लॉकडाउन का पालन कराने के लिए सभी जगहों पर पुलिस सख्ती भी बरत रही है। अररिया सहित कई जगहों पर पुलिस ने बाइक सहित गाड़ियां जब्त की हैं। कई जगहों पर पुलिस को लाठियां भी चटकानी पड़ी तो कई जगहों पर उठक-बैठक का सहारा लेना पड़ा। लेकिन, सख्ती और हिदायत के बावजूद लोग इसका उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं। हालांकि इससे उन्हीं को ही स्वास्थ्य के नुकसान का खतरा है।
लखीसराय में प्रशासन ने नगर परिषद के रैन बसेरा में 47 बाहरी लोगों के भोजन और आवासन की व्यवस्था कराई है। मुंगेर में गुलजार पोखर सहित कई मुहल्ला में लोगों ने खुद से बांस बल्ला लगा कर लॉकडाउन कर लिया है। खगडिय़ा में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है। अब तक 3,316 मजदूर खगडिय़ा लौट चुके हैं। क्वारैंटाइन कर इन पर सतत निगरानी रखी जा रही है। सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज, कटिहार सहित पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का असर देखा गया।
उल्लेखनीय है कि रविवार की दोपहर तक मिले आंकड़ों के मुताबिक बिहार में कोविड-19 पॉजिटिव की संख्या 11 हो गई है। इनमें एक की मौत हो चुकी है। अभी तक की जानकारी के अनुसार पिछले कुछ घंटे में 469 लोग ऑब्जर्वेशन में लिये गये हैं। शनिवार रात तक ऐसे संदिग्धों की संख्या 1907 थी, जो अभी बढ़ कर 2,376 हो गई है।
बांका और भागलपुर में एक-एक संदिग्ध की मौत, हड़कंप
भागलपुर के मायागंज अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में सारण जिले के एक व्यक्ति की मौत शानिवार की देर रात हो गईं। वह कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज था और 25 मार्च से इमरजेंसी में उसका इलाज किया जा रहा था। 27 मार्च को उसका सैम्पल पटना भेजा गया, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट नहीं मिली है। पांच दिन पहले हरियाणा से बांका आये एक युवक की मौत सदर अस्पताल में हो गई। उसकी मौत के बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया है। चिकित्सक डॉ. अमिश ने बताया कि बुख़ार और दम फूलने से मरीज की मौत हुई है। वैसे जांच रिपोर्ट के बाद ही कारण स्पष्ट होगा।
गोपालगंजः 8 बसों में सवार होकर दिल्ली और यूपी से बिहार पहुंचे मजदूर
कोरोना को लेकर देशभर में लॉकडाउन के बावजूद यूपी और दिल्ली से मजदूर बिहार के गोपालगंज में आ रहे हैं। लोगों को यूपी की सीमा से बसों में भर कर गोपालगंज लाया जा रहा है। यहां से जिला परिवहन विभाग के लोग पहले आइसोलेशन सेंटर में ला जा रहे हैं और वहां क्वारैंटाइन कर दे रहे हैं। जानकारी के मुताबिक करीब 33 बसों से बिहार के लोगों को यूपी के कुशीनगर जिले में लाया गया। वहां से उन्हें छोटी गाड़ियों और पैदल ही बिहार की सीमा के लिए रवाना कर दिया गया। कुछ मजदूर ट्रकों से भी बिहार की सीमा पर पहुंचे। एमवीआई विवेक कुमार ने बताया कि शनिवार की रात में भी 5 बसों से आये 250 से अधिक लोगों को गोपालगंज आइसोलेशन में रखा गया है गोपालगंज में कई जगहों पर आपदा राहत शिविर बनाये गए हैं।
भागलपुरः बिहार-झारखंड बॉर्डर पर फंसे लोगों को खाना खिला रही पुलिस
पूरे बिहार-झारखंड में लॉकडाउन का पूरा असरदार है। इस वजह से बिहार-झारखंड की सीमा पर सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं और उन लोगों को पुलिस खाना खिला रही है। भागलपुर एसएसपी आशीष भारती के निर्देश पर रविवार को भी फंसे ट्रक चालकों और खलासियों का हाथ धुलवाया गया। फिल पुलिसकर्मियों ने उन्हें खाना खिलाया। पुलिस ने कई जरूरतमंदों को भी सड़क किनारे बैठाकर खाना खिलाया। इसके साथ ही भागलपुर पुलिस गली-गली घूमकर लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने की अपील कर रही है। माइक से लोगों को समझाया जा रहा है कि जरूरत पड़े तभी घर से बाहर निकलें। हर गरीब और जरूरतमंद को राशन देने का आदेश जारी किया गया है। इसके अलावा भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड ह़ॉस्पिटल में अब तक 19 संदिग्धों को भर्ती कराया गया है। 16 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। इसमें 14 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी 14 लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड से छुट्टी कर दी गयी है, लेकिन होम क्वारैंटाइन का आदेश दिया गया है। शेष लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा गया है। उनकी रिपोर्ट नहीं आई है।
औरंगाबादः नशे में धुत्त पुलिसवालों ने की अधिकारी से बदतमीजी, तीन गिरफ्तार
कानून के रखवाले ही शराबबंदी का माखौल उड़ा रहे हैं। औरंगाबाद में नशे में धुत्त पुलिसकर्मियों ने रफीगंज अंचलाअधिकारी (सीओ) से बदतमीजी की। उनके गार्ड से भी उलझ गये। इस मामले में तीन बीएमपी (बिहार मिलिट्री पुलिस) के जवानों को गिरफ्तार किया गया है तथा एक अन्य जवान को निलंबित किया गया है। जानकारी के अनुसार शनिवार की देर शाम सीओ अपने गार्ड के साथ लॉकडाउन के दौरान गश्त पर थे। इस दौरान हाफ पैंट में सड़क पर घूमते जवानों से पूछताछ करने पर वो उलझ गये। सीओ के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। उनके गार्ड के साथ मारपीट पर उतारू हो गये। सूचना मिलते ही मौके पर रफीगंज थानाध्यक्ष राजीव रंजन पहुंचे। लेकिन, बीचबचाव के क्रम में बीएमपी के जवान उनसे भी उलझ गये। इसके बाद सूचना एसपी को दी गई। एसपी के निर्देश पर सार्जेंट मेजर अभय कुमार रफीगंज पहुंचे और जांच के दौरान तीन जवान शराब के नशे में मिले। तीनों को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद तीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। एक अन्य जवान को एसपी दीपक वर्णवाल के निर्देश पर सस्पेंड कर दिया गया है। उसके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।