मेदांता समूह वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर में भी खोलेगा मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल

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बिहार में पीपीपी मॉडल पर भी कार्य कर रहा है मेदांता समूह



वाराणसी, 26 जनवरी (हि.स.)। मेदांता समूह प्रदेश की राजधानी लखनउ में 1000 बेड के मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खोलने के बाद वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर में भी अस्पताल के विस्तार की तैयारियों में जुट गया है। पूर्वांचल सहित पूरे प्रदेश में मरीजों को विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं देने के साथ समूह सरकार के साथ खासकर बिहार में प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर भी कार्य कर रहा है।
रविवार को शहर में आये समूह के सीएमडी डॉ. नरेश त्रेहान, राजधानी लखनऊ के समूह निदेशक डॉ. राकेश कपूर मीडिया से मुखातिब थे। डॉ. नरेश त्रेहान ने बताया कि समूह कैंसर रोग और हृदय रोग, मधुमेह के लगातार बढ़ रहे मरीजों को देख इसके रोकथाम के लिए जनजागरण अभियान पर भी जोर दे रहा है। उन्होंने बताया कि देश में लगभग 06 करोड़ लोग प्रिवेंटिंव मधुमेह और लगभग सात करोड़ लोग प्री मधुमेह या मधुमेह टाइप 2 से पीड़ित है। उन्होंने बताया कि इन रोगों के लगातार बढ़ने का एक बड़ा वजह आनुवंशिकी भी है। उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि अगर किसी के माता को मधुमेह है तो 25 फीसदी बेटे-बेटी को भी रोग हो सकता है। अगर माता-पिता दोनों को मधुमेह है तो संतान में पचास फीसदी यह रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। ऐसे में ऐसे परिवार वाले लोगों को पहले ही अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा लेना चाहिए। इससे रोग के बढ़ने की संभावना समाप्त हो जाता है।
उन्होंने कहा कि यही हाल कैंसर और हृदय रोग का भी है। जिनके माता पिता दोनों इससे पीड़ित हैं, उन्हें भी सावधानी बरतकर अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराना चाहिए। इससे 90 फीसदी लोग स्वस्थ्य रह सकते हैं। उन्होंने अस्पताल की सेवाओं के बारे में बताया कि अस्पताल में अब तक 18 हजार से अधिक गम्भीर रोगियों का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया जा चुका है। कैंसर के इलाज के दौरान रेडियोथेरेपी की महंगी दरों और पूर्वांचल के गरीबों की माली हालत से जुड़े सवाल पर डॉ. त्रेहान ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) गरीबों के लिए बड़ा काम कर रहा है।

 


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