पटना, 25 मार्च (हि.स.)। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में शुरू 21 दिनों के लॉकडाउन के पहले दिन बुधवार को व्यापक असर दिखा। लोग घरों में बंद रहें। राजधानी पटना के आईजीआईएमएस में कोरोना की जांच शुरू हो गई है। पीएमसीएच में भी जांच मशीन आ गई है। लेकिन, इसी बीच बिहार में कोरोना का चौथा संक्रमित मरीज मिला है। वह पटना सिटी के बटाऊकुआं का रहने वाला है। उसे एनएमसीएच (नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
पीड़ित नौ मार्च को गुजरात के गांधीनगर से लौटा था। गुजरात से आने के बाद से ही उसकी तबीयत खराब थी। इसके बावजूद वह अस्पताल नहीं गया। घर में ही परिवार के बीच रहकर खुद से दवा खा रहा था। रविवार को जब उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ी तो भगत सिंह चौक स्थित एक निजी नर्सिंग होम गया। वहां कोरोना का लक्ष्ण दिखने पर डॉक्टर ने उसे एनएमसीएच रेफर कर दिया। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची और उसे नालंदा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया। इससे पहले हुई जांच में इसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी, लेकिन शक होने पर इसका सैंपल पुणे भी भेजा गया था। पुणे से रिपोर्ट आने पर युवक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया। बिहार में कोरोना मरीजों का आंकड़ा अब 4 तक पहुंच गया है।
बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से संबंधित आंकड़ा जारी किया। इसके अनुसार, प्रदेश में अब तक कुल 194 लोगों के सैंपल लिये गये। उसमें 175 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आयी है। प्रदेश में कुल 909 यात्रियों को ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। साथ ही प्रदेश के कई ट्रांजिट प्वाइंट पर कुल 3,73,677 यात्रियों की स्क्रीनिंग हो चुकी है।
नालंदा में एक संदिग्ध की मौत, रिपोर्ट आनी बाकी
वहीं एक संदिग्ध मरीज की मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक ये संदिग्ध मरीज नालंदा जिले के पावापुरी स्थित वर्धमान मेडिकल कॉलेज में भर्ती था। इलाज के दौरान मंगलवार रात 11.30 बजे उसकी मौत हो गई है। मरीज की मौत के बाद उसके ब्लड के सैंपल को जांच को भेजा गया है। उस मरीज की टेस्ट रिपोर्ट आना बाकी है। विम्स के डॉ. पुरुषोत्तम ने बताया है कि 50 वर्षीय मरीज पहले से इंपाइमा (फेफड़े में पस होना) से ग्रसित था। कोरोना के संक्रमण की जांच के लिए उसका ब्लड सैम्पल पहले ही पटना भेजा जा चुका था।
कोरोना से मृत के संपर्क में आये 59 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये
पटना के आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज के दौरान कोरोना से मृत मुंगेर के मोहम्मद सैफ अली (38) के संपर्क में आने वाले 59 लोगों के सैंपल लिए गए हैं और उसे जांच के लिए भेजा गया है, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। उल्लेखनीय है कि पटना एम्स प्रबंधन ने लापरवाही बरतते हुए कोरोना पीड़ित की मौत होने के बावजूद बगैर रिपोर्ट देखे सैफ का शव उसके परिजनों को सौंप दिया था।
कोरोना वायरस से मौत पर मृतक के आश्रित को चार लाख देगी बिहार सरकार
बिहार सरकार के श्रम विभाग ने एक सर्कुलर जारी किया है। इसके तहत राज्य में कोरोना वायरस से मौत होने पर मृतक के आश्रित को चार लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसके साथ ही परिवार को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके साथ ही संक्रमित लोगों के इलाज का पूरा खर्च मुख्यमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से उठाया जाएगा। यह मदद स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फंड के माध्यम से उपलब्ध होगा।