राजीव प्रताप रूडी ने दिए संकेत, हो सकती है आकाश विजयवर्गीय पर कार्रवाई

0

भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगरनिगम कर्मचारी के साथ क्रिकेट बैट से मारपीट की घटना के बाद से प्रदेश भाजपा इस पर चुप्पी साधे हुए है।



भोपाल, 02 जुलाई (हि.स.)। नगर निगम कर्मी पर बैट चलाने वाले भारतीय जनता पार्टी के विधायक और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है। इस बात के संकेत पार्टी के केंद्रीय नेता राजीव प्रताप रूडी ने दिए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में इस पर चर्चा हुई है।
भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय द्वारा नगरनिगम कर्मचारी के साथ क्रिकेट बैट से मारपीट की घटना के बाद से प्रदेश भाजपा इस पर चुप्पी साधे हुए है। सूत्रों के अनुसार पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व द्वारा प्रदेश नेतृत्व से इस बारे में रिपोर्ट तलब की गई थी। पार्टी के केंद्रीय नेता राजीव प्रताप रूडी ने मंगलवार को इस बात के संकेत दिए हैं कि विधायक आकाश विजयवर्गीय पर पार्टी अनुशासन की गाज गिर सकती है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी इस प्रकरण से नाराज हैं। रूडी ने अपने ट्वीट में कहा है कि पार्टी के संसदीय बोर्ड की मीटिंग मंगलवार को हुई। इस बैठक में विधायक आकाश विजयवर्गीय के प्रकरण पर भी चर्चा हुई। चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऐसा कोई भी दुर्व्यवहार, जो पार्टी को बदनाम करता है, स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि किसी ने कुछ गलत किया है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। रूडी के अनुसार प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि यह बात सभी पर लागू होती है। प्रधानमंत्री की इस टिप्पणी के बाद अब यह माना जा रहा है कि विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ पार्टी द्वारा कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
अध्यक्ष ही बता सकते हैं: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का फोन आउट ऑफ रीच आने पर जब हिन्दुस्थान समाचार द्वारा प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा से आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में पूछा गया, तो उनका कहना था कि संसदीय बोर्ड की मीटिंग में क्या हुआ है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने विधायक आकाश विजयवर्गीय के खिलाफ संभावित कार्रवाई के बारे में कहा कि इस बारे में अध्यक्ष जी ही बता सकते हैं।

 


प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *