मेरठ, 14 अक्टूबर (हि.स.)। परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव में रविवार को सड़क हादसे में घायल युवक को आक्रोशित लोगों ने जमकर पीटा। देर रात घायल की अस्पताल में मौत होने से सांप्रदायिक तनाव फैल गया। पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में लापरवाही बरतने पर चैकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया। गांव में पुलिस-पीएसी तैनात कर दी गई है।
परतापुर थाना क्षेत्र के काशी गांव निवासी सुहेब अपने साथियों आमिर, नदीम और सरफराज के दो साथ दो बाइकों पर तेज रफ्तार से रविवार को इटायरा गांव से लौट रहे थे। काशी गांव में सुहेब की बाइक स्पीड ब्रेकर पर बेकाबू हो गई और उसकी चपेट में आकर जतन पुत्र जयपाल घायल हो गया। सुहेब की बाइक हैंडपंप में जा घुसी और सुहेब व आमिर भी खंभे से टकरा कर घायल हो गया। जतन को घायल देखकर आसपास के लोग आक्रोशित हो गए और उन्होंने चारों बाइक सवारों को पीटना शुरू कर दिया। मौका देखकर नदीम व सरफराज भाग निकले। सुहेब व आमिर को लोगों ने पीटा। इसके बाद सुहेब के परिजन मौके पर पहुुंचे और केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर देर रात उसकी मौत हो गई। इससे गांव में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। सूचना पर पुलिस के उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचे और गांव में पुलिस-पीएसी तैनात कर दी। सुहेब के पिता असलम ने जतन के परिजनों पर पीट-पीटकर मारने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। जबकि जतन के पिता जयपाल ने सुहेब को पीटने की बात से इनकार किया है। एसएसपी अजय साहनी ने समय पर अधिकारियों को सूचना नहीं देने व लापरवाही बरतने के मामले में कताई मिल चैकी इंचार्ज अमर सिंह को निलंबित कर दिया। पुलिस ने रात में ही सुहेब के शव का पोस्टमार्टम करा दिया।
100 की रफ्तार से दौड़ रही थी बाइकें
इटायरा गांव के लोगों का कहना है कि सुहेब व उसके साथियों की बाइकें बहुत तेज रफ्तार से गांव में दौड़ रही थी। लगभग 100 की स्पीड के कारण ही यह दुर्घटना हुई। एसएसपी अजय साहनी का कहना है काशी गांव में कोई सांप्रदायिक घटना नहीं हुई। मारपीट करने वाले दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। अज्ञात व्यक्तियों ने हिंदू-मुस्लिम की अफवाह फैलाई थी।