मुंबई/नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (हि.स.)। बिस्कुट निर्माता देश की बड़ी कंपनी पारले प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के कर्मचारियों के लिए यह राहत भरी खबर है। दो माह पहले पारले के 10 हजार कर्मचारियों के सिर पर नौकरी पर संकट की तलवार लटक रही थी। मगर इन दो माह में उसका मुनाफा 15.2 फीसदी बढ़ा है।
पारले जी की यह खबर सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रही है। पारले प्रोडक्ट्स ग्रुप की इकाई पारले बिस्किट्स का कारोबारी साल 2018-19 में शुद्ध मुनाफा 15.2 फीसदी बढ़ा है। पारले जी बिस्किट्स का मुनाफा बढ़ने की खबर इसलिए ज्यादा अहम है, क्योंकि नुकसान की आशंका के मद्देनजर बिस्किट मैन्युफैक्चरर्स ने जीएसटी काउंसिल से जीएसटी दर में कटौती की मांग की थी।
बिजनस प्लैटफॉर्म टॉफ्लर के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2018-19 में पारले जी बिस्कुट का शुद्ध मुनाफा 410 करोड़ रुपये है, जो कि वित्त वर्ष 2017-18 में 355 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी की आमदनी में 6.4 फीसदी का इजाफा हुआ है। यह बढ़कर 9,030 करोड़ रुपये हो गया है। 2017-18 में यह आंकड़ा 8,780 करोड़ रुपये था।
इस पर भारतीय जनता पार्टी नेशनल इनफारमेशन ऐंड टेक्नोलाजी इंचार्ज अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा है कि कुछ दिन पहले तक ‘एललाइटेंड इकनॉमिस्ट’ हमें बता रहे थे कि लोग 5 रुपये का पारले जी बिस्किट पैक को नहीं खरीद पा रहे हैं। खैर कंपनी का मुनाफा 15.2 फीसदी बढ़ा और आमदनी 6.4 फीसदी बढ़कर 09,030 करोड़ रुपये हो गई है।
उल्लेखनीय है कि अगस्त में पारले जी के कैटेगरी हेड मयंक शाह ने कहा था कि आम आदमी का बिस्कुट पारले अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहा है। यदि सरकार कंपनी को जीएसटी पर राहत नहीं देती है तो हमें 10 हजार लोगों को नौकरी से निकालना पड़ेगा।