पारले-जी बिस्कुट फैक्टरी पर छापा, 26 बाल मजदूर रिहा

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बच्चों द्वारा दिये गए बयान के मुताबिक उन्हें मात्र 5 से 7 हजार रुपये महीना वेतन में 12 से 13 घंटे तक काम करवाया जाता था।



रायपुर, 16 जून (हि.स.)। बच्चों की बिस्कुट के लिए प्रसिद्ध पार्ले-जी बिस्कुट कंपनी में ही बड़े पैमाने पर बाल मजदूरी कराई जाती है । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पार्ले-जी बिस्कुट कंपनी के एक फैक्ट्री में छापा मार कर काम कर रहे 26 बाल मजदूरों को कंपनी के चुंगल से छुड़ाया गया। यह कार्रवाई शनिवार देर शाम में जिला कार्यबल (डीटीएफ) ने की है।
मिली जानकारी के मुताबिक जिला कलेक्टर के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। सभी बच्चे नाबालिग हैं और उनकी उम्र 12 साल से 16 साल के बीच है। सभी बच्चों को बेहद कम पैसे में फैक्ट्री में मजदूरी के लिए रखा गया था। ये बच्चे झारखंड, ओडिशा और बिहार के रहने वाले हैं। बचपन बचाओ आंदोलन एनजीओ को रायपुर में बड़ी संख्या में बच्चों के काम करने की सूचना मिली थी। इसके बाद पुलिस विभाग के साथ मिलकर छापेमारी अभियान चलाया गया। बच्चों द्वारा दिये गए बयान के मुताबिक उन्हें मात्र 5 से 7 हजार रुपये महीना वेतन में 12 से 13 घंटे तक काम करवाया जाता था। एनजीओ से मिली जानकारी के मुताबिक, फैक्ट्री से रेस्क्यू किए गए बच्चों को राज्य सरकार द्वारा संचालित बाल गृह में भेज दिया गया है। हालांकि अभी तक उन बच्चों के परिवार वालों से संपर्क नहीं हो पाया है।
दूसरी तरफ, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा दर्ज शिकायत के आधार पर फैक्ट्री मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गयी है। यह एफआईआर  किशोर न्याय अधिनियम और जेजे एक्ट की धारा 79 के तहत दर्ज की गई है ।

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