मुंबई, 12 दिसम्बर (हि.स.)। महाराष्ट्र की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे ने कहा है कि उनके पिता गोपीनाथ मुंड ने भाजपा को अपने खून-पसीने से सींचा है। इसलिए भाजपा से उनका खून का रिश्ता है, उसे छोड़ना तो दूर, इसका वह विचार भी नहीं कर सकतीं।
पंकजा मुंडे बीड़ जिले के परली में गुरुवार को गोपीनाथ मुंडे की जयंती के कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि जो लोग भाजपा से दूर गए हैं, पार्टी नेतृत्व को उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा के विचार को गोपीनाथ मुंडे और प्रमोद महाजन ने घर-घर तक पहुंचाया है। जब भाजपा ज्यादा प्रभावी नहीं थी, उस समय अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी पार्टी को सर्वव्यापी बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पार्टी को सर्वव्यापी बनाने के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन वह कौन लोग हैं जो चाहते हैं कि पंकजा मुंडे पार्टी छोड़ दें। वह कौन लोग हैं जो चाहते हैं कि पंकजा को कोई पद न मिले। भाजपा नेतृत्व को इसका पता लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह पद की लोभी नहीं हैं। इसलिए आज भाजपा की प्रदेश कोर कमेटी से इस्तीफा दे रही हैं। उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को मुंबई में गोपीनाथ प्रतिष्ठान की विधिवत स्थापना होने के बाद 27 जनवरी को औरंगाबाद में वह एक दिन का सांकेतिक अनशन करेंगी। इसके बाद वह मराठवाड़ा, विदर्भ, पश्चिम महाराष्ट्र सहित पूरे महाराष्ट्र का दौरा करेंगी।
पंकजा ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे उनके भाई समान हैं। उन्होंने औरंगाबाद में गोपीनाथ मुंडे का भव्य स्मारक बनाने की घोषणा की है। गोपीनाथ मुंडे का स्मारक भाजपा सरकार में पिछले पांच साल तक नहीं बन सका। पंकजा ने कहा कि उन्होंने कभी भी गोपीनाथ मुंडे का स्मारक बनाने की मांग नहीं की। पंकजा ने अपनी बहन बीड़ की सांसद प्रीतम मुंडे को परली के लोगों की समस्याओं को सुलझाने की जिम्मेदारी दी है। उन्होंने खुद गोपीनाथ प्रतिष्ठान के बैनर तले राज्यव्यापी संघर्ष करने की घोषणा की है।
उल्लेखनीय है कि पंकजा मुंडे परली विधानसभा सीट से अपने चचेरे भाई, राकांपा उम्मीदवार धनंजय मुंडे से तीस हजार से अधिक मतों के अंतर से चुनाव हार गयीं। चुनाव परिणामों के बाद उन्होंने अपनी इस हार के लिए पार्टी के ही कुछ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया था। उनके इस प्रकार के बयान से ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं कि वह जल्द ही भाजपा को छोड़ देंगी, जिसका उन्होंने आज के कार्यक्रम में खंडन किया है।