मुंबई, 20 अप्रैल (हि.स.)। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पालघर में गुरुवार को दो साधुओं व एक ड्राइवर की हत्या के मामले की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है। गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि इस मामले में 101 ग्रामीणों को नामजद कर गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने पर आरोपितों पर और कठोर कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री ने इस घटना को गंभीर घटना बताया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जिस तरीके से तीन लोगों की हत्या की गई, इससे साबित होता है कि गृहमंत्री पूरी तरह फेल साबित हुए हैं। इसलिए गृहमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच जारी है। सरकार किसी भी आरोपित को बक्शने वाली नहीं है। इसलिए विपक्ष को राजनीति से बाज आना चाहिए।
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि पालघर जिले की दहाणू तहसील में गडचिंचले गांव में गुरुवार रात को दाभाड़ी-खानवेल मार्ग पर तीन लोग कार से गुजरात में सूरत की ओर जा रहे थे। गडचिंचले गांव के पास गांव वालों ने गाड़ी रुकवाया और पूछताछ शुरू की। इस दौरान अन्य गांव वालों ने कार पर पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया। इस घटना में तीनों ग्रामीणों की पिटाई की वजह से मौत हो गई। पुलिस ने घटना के बाद ही गांववालों पर मामला दर्ज किया और 101 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने आरोपितों की धरपकड़ शुरू कर दी है। मामले की उच्चस्तरीय जांच में सबकुछ सामने आ जाएगा। इसलिए इस मामले में किसी को भी राजनीतिक बयानबाजी नहीं करना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि इस घटना को लेकर साधु समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। अखाड़ा परिषद के नरेंद्रगिरी महाराज के इस घटना को काफी गंभीर बताया है। महाराज ने कहा कि इस तरह का कृत्य राक्षस ही कर सकते हैं। गांववालों ने राक्षसी कृत्य किया है, इसलिए सभी ग्रामीणों को कठोर सजा दी जानी चाहिए।