गिरफ्तार आईएसआई एजेन्ट के स्थानीय संपर्क भी अब एनआईए के रडार पर

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अहमदाबाद, 01 सितम्बर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दो दिन पहले कच्छ के मुंद्रा से जिस पाकिस्तानी एजेंट रज्जाक सुमराभाई कुंभार को पकड़ा है, अब उसके स्थानीय संपर्क भी एनआईए के रडार पर हैं।आईबी और गुजरात की जांच एजेंसियां ​​भी आईएसआई के स्थानीय नेटवर्क को खंगालने में लगी हैं।
उल्लेखनीय है कि आईएसआई एजेंट रज्जाक सुमराभाई कुंभार को एनआईए ने मुंद्रा से उसके घर पर छापा मारकर पिछले रविवार को गिरफ्तार किया था। अब रज्जाक के संपर्क में जो अन्य लोग हैं और पाकिस्तान जाकर लौटे हैं, वे सभी जांच एजेंसी के रडार पर हैं। उनकी गतिविधियों की जांच शुरू कर दी गई है। एनआईए का कहना है कि रज़्ज़ाक पाकिस्तान गया था और वहां आईएसआई के कुछ संचालकों के संपर्क में आया था। सूत्रों से पता चला है कि कच्छ और सीमा क्षेत्र में स्टेट आईबी ने एक गुप्त जांच टीम बनाई है। इस बीच एनआईए की टीम एक माह में चार बार कच्छ का दौरा कर चुकी है।
बताया गया है कि रज़्ज़ाक के पेटीएम खाते से यूपी के राशिद को 5,000 रुपये भेजे गए थे। राशिद के खिलाफ एटीएस वाराणसी जांच कर रही है। उसी समय से रज्जाक एनआईए के रडार पर था। राशिद ने पहले आरोप लगाया था कि भारतीय सेना, सीआरपीएफ शिविरों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का विवरण एक पाकिस्तानी हैंडलर को भेजा था। एनआईए का मानना ​​है कि आईएसआई ने 5,000 रुपये की राशि का भुगतान किया था और मुंद्रा के रज्जाक को उसे आगे बढ़ाने को निर्देश दिया था।
लेकिन रज्जाक के पिता सुम्रराभाई ने बताया कि उसके बेटे को धोखा दिया जा रहा था और वह निर्दोष है। इस बात को सिद्ध करने के लिए वह अपना घर भी बेच सकता है। पांच हजार रुपये की राशि पेटीएम के माध्यम से पाकिस्तान की एक लड़की ने भेजने को कहा था, जो पाकिस्तान से रज्जाक की शादी के बाद यहां आना चाहती थी। सुम्रराभाई ने दावा किया है कि रज्जाक इस बात से अनजान था कि उसको दूसरे तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। उसने बताया कि यह एक आतंकी फंड नहीं था।

 


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