नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकी हमले और मुठभेड़ में भारतीय सेना के दो शीर्ष अधिकारियों के शहीद होने के बाद पाकिस्तान को भारत की ओर से जवाबी हमले का डर सताने लगा है, इसीलिए उनसे अपने वायु क्षेत्र में पाकिस्तानी वायु सेना के जेट विमानों की गश्त बढ़ा दी है।
दरअसल 28 अप्रैल को कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा के राजवारा के जंगलों में सुरक्षा बलों को आतंकियों के होने की जानकारी मिली। इसके बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया और 1 मई को दिन में 3 बजे पहली बार आतंकियों से आमना-सामना हुआ। इस दौरान आतंकी यहां से फरार हो गए और हंदवाड़ा में 11 नागरिकों को बंधक बनाते हुए एक घर में छिप गए। इंटेलिजेंस को 24 घंटे बाद 2 मई को मिले इनपुट के आधार पर हंदवाड़ा में उस घर को घेरकर ऑपरेशन शुरू किया गया। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैसे ही यह ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया तो घर के एक छोर से फायरिंग शुरू हो गई। मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर कर दिए गए लेकिन दो अन्य लगातार फायरिंग करते रहे जिसमें 21 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश, लांस नायक दिनेश के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब इंस्पेक्टर काजी पठान शहीद हो गए। 17 घंटे चली मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात कमांडर हैदर भी अपने साथी के साथ ढेर हो गया।
हालांकि भारतीय सेना ने हंदवाड़ा में भारतीय सेना के दो शीर्ष अधिकारियों और तीन अन्य जवानों की शहादत का बदला हिज्बुल के टॉप कमांडर रियाज नायकू को ढेर करके पूरा कर लिया है लेकिन पाकिस्तान को भारत की जवाबी कार्रवाई का खौफ सता रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान ने अपने वायु क्षेत्र में जेट विमानों की गश्त बढ़ा दी है। हंदवाड़ा मुठभेड़ के समय भी पाकिस्तान एक हवाई अभ्यास कर रहा था, जिसके बारे में भारत को जानकारी भी थी लेकिन मुठभेड़ के बाद पाकिस्तान ने अपनी गश्त बढ़ाकर इसमें एफ-16 और जेएफ-17 सहित लड़ाकू विमानों को भी शामिल कर लिया है।
पाकिस्तान को यह डर इसलिए भी सता रहा है क्योंकि उड़ी हमला और पुलवामा हमले के बाद जिस तरह भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करके शहीदों का बदला लिया है, उसी तरह हंदवाड़ा मुठभेड़ में अपने दो शीर्ष अधिकारियों सहित तीन जवानों को खोने के बाद भारत पाकिस्तान के अन्दर घुसकर कार्रवाई कर सकता है। हंदवाड़ा मुठभेड़ के बाद सेना प्रमुख एमएम नरवणे पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे चुके हैं कि समय आने पर इसी अनुपात में सटीक जवाब दिया जाएगा। नरवणे ने कहा था कि जब तक पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद की अपनी नीति नहीं छोड़ता, तब तक हम उचित रूप से और सटीकता के साथ जवाब देना जारी रखेंगे।