पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने नए साल के संदेश भी ‘कश्मीर’ का राग अलापा 

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इस्लामाबाद : पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने राष्ट्र के नाम संबोधन में 2025 में भूख, गरीबी, युद्ध, आतंकवाद, अपराध, संप्रदायवाद और वर्ग विभाजन से मुक्त दुनिया की आशा व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। मगर इस मौके पर शरीफ ‘कश्मीर’ का राग अलापना नहीं भूले।

जियो न्यूज के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि मध्य पूर्व और भारत के अवैध कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में चल रहे अत्याचारों के मामले में पिछला साल सबसे खराब रहा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मध्य पूर्व संकट और कश्मीर मुद्दे का इस साल शांतिपूर्ण समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा, ”हमारे उत्पीड़ित भाइयों और बहनों को भारतीय कब्जे वाली ताकतों की क्रूरता का सामना करना पड़ा।

अपने संदेश में शहबाज ने राष्ट्र से 2025 में एक बेहतर और मजबूत पाकिस्तान के लिए सामूहिक रूप से प्रयास करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ”मैं प्रार्थना करता हूं कि 2025 का सूरज हमारे देश पाकिस्तान के लिए प्रगति और समृद्धि के वादे के साथ उगेगा। मैं यह भी प्रार्थना करता हूं कि नए साल में हम पिछले साल में की गई अपनी व्यक्तिगत और सामूहिक गलतियों को सुधारें और एक नई शुरुआत करें और एक नए उज्ज्वल भविष्य की शुरुआत करें।”

राष्ट्रपति जरदारी ने नागरिकों से पिछले वर्ष की सफलताओं और कमियों पर चिंतन करने और उनसे सीखने और बेहतर भविष्य की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने राष्ट्र की गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए आवश्यक सिद्धांतों के रूप में एकता, अनुशासन और कड़ी मेहनत के महत्व पर जोर दिया। राष्ट्रपति ने देश के युवाओं में निवेश के महत्व पर भी प्रकाश डाला और उन्हें पाकिस्तान के भविष्य की नींव बताया।


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