नई दिल्ली, 03 सितम्बर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर को स्पेशल दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के साथ अपने व्यापार को पूरी तरह रोक तो दिया, लेकिन उसका यह कदम उसी पर भारी पड़ रहा है। उसी का नतीजा है कि एक महीना बाद ही पाकिस्तान ने भारत के साथ मजबूर होकर आंशिक रूप से व्यापार को मंजूरी दे दी। पाकिस्तान ने भारत में बनने वाली जीवनरक्षक दवाओं के आयात पर अपनी अनुमति दी है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये अनुमति पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय द्वारा दी गई है। इस संबंध में एक वैधानिक नियामक आदेश जारी किया गया। जियो टीवी के अनुसार पाकिस्तान ने भारत से जीवनरक्षक दवाओं के आयात को मंजूरी दी है। वह बड़े पैमाने पर भारतीय दवाओं को भारत से आयात करता है। हर तरह की दवाओं के लिए पाकिस्तान भारत पर आश्रित है।
एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने 16 महीनों के दौरान भारत से 250 करोड़ रुपये से ज्यादा के रेबीजरोधी तथा विष रोधी टीको की खरीदारी भी की थी। ताजे फल, सीमेंट, खनिज और अयस्क, तैयार चमड़ा, प्रसंस्कृत खाद्य, अकार्बनिक रसायन, कच्चा कपास, मसाले, ऊन, रबड़ उत्पाद, अल्कोहल पेय, चिकित्सा उपकरण, समुद्री सामान, प्लास्टिक, डाई और खेल का सामान पाकिस्तान भारत को निर्यात करता था। भारत से भी निर्यात किए जाने वाले जिंसों में जैविक रसायन, कपास, प्लास्टिक उत्पाद, अनाज, चीनी, कॉफी, चाय, लौह और स्टील के सामान, दवा और तांबा आदि शामिल हैं।