नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान अपनी ‘स्टेट पॉलिसी’ के तहत आतंक को समर्थन दे रहा है। ऐसे में उसे ऐसा करने से रोकने में ‘फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स’ का दवाब सबसे ज्यादा कारगर है।
डोभाल ने कहा कि आज के समय में पाकिस्तान पर सबसे ज्यादा दबाव फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की कार्रवाई के चलते है। इसने पाकिस्तान पर इतना दबाव बनाया जितना शायद ही कोई अन्य कार्रवाई कर पाये। वह सोमवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के आतंकवाद विरोधी दस्ते और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद का समर्थन करना पाकिस्तान की सरकारी नीति है। आतंक अपने दुश्मन को नुकसान पहुंचाने का सबसे सस्ता और आसान विकल्प है। वहीं अगर अपराध को सरकारी समर्थन मिलने लगे तो यह एक बड़ी चुनौती बन जाती है।
राज्यों के एटीएस और एसटीएफ प्रमुखों के राष्ट्रीय सम्मेलन में डोभाल ने कहा कि भारत में आतंकवाद एक देश द्वारा प्रायोजित है। इसके लिए वह आतंकियों की भर्ती करता हैं, उन्हें प्रशिक्षण, हथियार, खुफिया जानकारी प्रदान करता हैं। उच्च स्तर के संसाधन और तकनीक मिलने के कारण खुफिया एजेंसियां उनका पता लगाने में सक्षम नहीं हो पाती हैं।
एनआईए की बैठक में डोभाल ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद पर नकेल कसने में एनआईए की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ एनआईए ने जो प्रभाव डाला है, वह किसी भी अन्य एजेंसी की तुलना में अधिक है।
डोभाल ने कहा कि आतंक को पराजित करने के लिए आतंकवादियों की विचारधारा से लड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद कोई नई बात नहीं है और उससे लड़ना एक विचार है। आतंकवादियों को उनकी पृष्ठभूमि, धन के स्रोत, हथियारों और अगर उन्हें अन्य देशों द्वारा समर्थन मिल रहा है इन सवालों के जवाब खोजने से हराया जा सकता है।