इस्लामाबाद, 20 जुलाई (हि.स.)। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के उस निर्णय की आलोचना की है जिसमें वरिष्ठ राजनयिकों और राजदूतों को वापस बुलाया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान में गनी के इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही अफगानी राजदूत और उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान कराना सुनिश्चित कराया है। मंत्रालय ने अफगान सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है।
दरअसल इससे पहले रविवार को राजदूत की बेटी के अपहरण के मद्देनजर अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने अपने सभी राजनयिकों और राजदूतों को वापस बुलाने के आदेश जारी किए थे। अफगानिस्तान के उप राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी थी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलिखिल की बेटी सिलसिला अलिखिल का घर जाते समय अपहरण कर लिया गया था और उसे प्रताड़ित भी किया गया। सिलसिला को अपहरणकर्ताओं ने कुछ घंटों के लिए बंधक बनाकर रखा था।
अफगानी विदेश मंत्रालय के अनुसार तब तक पाकिस्तान नहीं लौटेंगे जब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं की जाती और दोषियों को सजा नहीं मिल जाती। यह घटना इस्लामाबाद और काबुल के बीच बढ़ते तनाव के बीच हुई थी।
पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है और विश्वास दिलाया कि इसे कुछ दिनों में सुलझा लिया जाएगा।