आतंकी हाफिज सईद को टेरर फंडिंग मामले से पाक कोर्ट ने किया बरी
लाहौर, 08 नवम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि वह आतंकियों का कितना बड़ा सरंक्षक है। अभी तक पाकिस्तानी सरकार की सरपरस्ती में पलने वाले आतंकियों को अब वहां की कोर्ट ने भी सहूलियत देनी शुरू कर दी है। ताजा मामले में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान कोर्ट ने आतंकवाद के लिए आर्थिक मदद करने के मामले में बरी कर दिया है। यह फैसला लाहौर हाईकोर्ट ने सबूतों के अभाव में सुनाया है। इसके अलावा कोर्ट ने जमात-उद-दावा के छह अन्य सदस्यों को भी बरी किया है। हाफिज सईद के खिलाफ ये मामला आतंकियों को आर्थिक मदद करने पर चल रहा था। पहले उसे इसका दोषी पाया गया था।
भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल हाफिज सईद को बरी किए जाने के साथ ही पाकिस्तान का असली चेहरा एक बार फिर से दुनिया के सामने आ गया है। लश्कर-ए-तैयबा पर भारत में आतंक फैलाने का आरोप लगता रहा है। इसके पुख्ता सबूत भी भारतीय सरकार ने दिए हैं। मुंबई हमले को लेकर भी हाफिज सईद को भारत ने दोषी पाया था।
एक दिन पहले ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार विरोधी आंदोलन को समाप्त करने के लिए कट्टर इस्लामवादियों के आगे झुकते हुए चरमपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) को प्रतिबंधित संगठनों की सूची से बाहर करने की शनिवार को अनुमति दे दी। फ्रांस में प्रकाशित ईशनिंदा कार्टून के मुद्दे पर सरकार को फ्रांसीसी राजदूत को निष्कासित करने के लिए मजबूर करने के वास्ते संगठन द्वारा किए गए हिंसक विरोध के बाद अप्रैल में इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था।