औरत मार्च के समर्थन में आया पाकिस्तान बार काउंसिल, धमकी देने वालों की निंदा की
इस्लामाबाद, 03 मार्च (हि.स.)। पाकिस्तान बार काउंसिल (पीबासी) मंगलवार को औरत मार्च के समर्थन में आ गया। उसने इस आयोजन में बाधा पैदा करने की धमकी देने वालों की निंदा की है।
पीबीसी ने कहा कि मार्च और शांतिपूर्ण विरोध करना व्यक्ति के मानवाधिकार में शामिल है। औरत मार्च के जरिए मांग की जा रही है कि महिलाओं के अधिकार वास्तविकता में बदल जाएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सार्वजनिक स्थान पर एकत्रित होना लोकतंत्र को दर्शाता है। साथ ही इसमें भाग लेने वाली महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग भी की गई।
उल्लेखनीय है कि यह सहयोग उस अर्जी के दाखिल होने के बाद दिखाया जा रहा है जिसमें औरत मार्च पर हमेशा के लिए प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। ये याचिका जूडिशियल एक्टीविज्म काउंसिल के अध्यक्ष अजहर सिद्दीकी ने दायर की है। सिद्दकी का कहना है कि सैकड़ों महिलाएं एक बार फिर से विभिन्न संदेशों को देते हुए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हाथों में तख्तियां लेकर मार्च निकालेंगी। यह कथित तौर पर अराजकता और असभ्यता दर्शाता है।
याचिका में औरत मार्च को इस्लाम के मानदंडों के खिलाफ बताया गया है और इसका एजेंडा अराजकता, अश्लीलता और नफरत फैलाना कहा गया है। यह मार्च आगामी आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पूरे पाकिस्तान में आयोजित किया जाएगा।