इस्लामाबाद, 06 नवम्बर ( हि.स.)। पाकिस्तान में मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में विपक्ष का धरना प्रदर्शन जारी है। सरकार और विपक्ष के बीच सुलह की कोशिश हो रही है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। इस बीच मौलाना ने कहा है कि अगर सरकार बीच का रास्ता निकालना चाहती है तो उसे अपना सुझाव पेश करना होगा। इसके बाद वह उस पर विचार करेंगे।
समाचार पत्र डॉन के मुताबिक, पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही और पीएमएल-क्यू के अध्यक्ष चौधरी सुजात हुसैन के साथ बैठक के बाद मौलाना ने कहा कि अभी सकारात्मक जवाब देने का समय नहीं आया है।
उन्होंने आगे कहा कि यह सभी लोगों का देश है। अगर जहाज डूबता है, तो सभी डूब जाते हैं। देश में हर जगह बेचैनी है जिसे दूर करना हर किसी की जिम्मेवारी है।
मौलाना ने दावा किया कि चुनाव आयोग ने खुद स्वीकार किया है कि 95 प्रतिशत फॉर्म पर दस्तखत नहीं थे। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि संसदीय आयोग को एक साल से सक्रिय क्यों नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के पास लगातार बातचीत जारी रखना ही एक मात्र विकल्प होगा।