नई दिल्ली, 05 जनवरी (हि.स.)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले और पेशावर में सिख युवक की हत्या के घटनाओं पर शर्मसार होने की बजाय उल्टे भारत को अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने की नसीहत दी है।
ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले के संबंध में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए इमरान खान ने कहा कि इस तरह की घटनाएं उनकी सोच के खिलाफ हैं तथा इन्हें वह कत्तई बर्दाश्त नहीं करते। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को पुलिस और अदालतों की सुरक्षा हासिल है। जबकि भारत में ऐसा नही है। उन्होंने भारत में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमले जारी रहने का आरोप लगाया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा कि वे अल्पसंख्यकों के दमन का समर्थन करते हैं तथा उनके एजेंडे में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना शामिल है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के गुंडे सार्वजनिक रूप से लोगों की हत्या करते हैं। हिंसक भीड़ मुसलमानों को निशाना बनाती है जिसे मोदी सरकार का समर्थन हासिल है। भारत की पुलिस भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों की अगुवाई करती है।