नई दिल्ली, 30 नवम्बर (हि.स.)। पाकिस्तान के फाइटर जेट ने सोमवार को पुंछ के मेंढर सेक्टर में एलओसी के साथ भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया। इसके बाद पूरे एलओसी क्षेत्र में सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है। पाकिस्तानी वायुसेना के भारतीय एयर स्पेस का उल्लंघन किये जाने की जांच की जा रही है कि यह गलती से हुआ या फिर पाकिस्तान ने किसी साजिश के तहत ऐसा किया है। एलओसी पर हाई अलर्ट जारी होने के बाद किसी भी तरह के दुस्साहस के जवाब देने के लिए राफेल विमान भी पूरी तरह से लैस होकर आसमान में घूम रहे हैं। पाकिस्तान के साथ ही चीन की सीमा पर भी हवाई हलचल बढ़ी है क्योंकि रविवार की रात पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीनी जेट विमानों ने उड़ान भरी।
सोमवार की सुबह पाकिस्तान के फाइटर जेट ने पुंछ के मेंढर सेक्टर में एलओसी के साथ भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया। अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने आज सुबह जम्मू और कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर एक ‘पाकिस्तानी जेट’ को देखा और पीएएफ फाइटर जेट्स एलओसी के करीब पहुंच गए। यह पाकिस्तान का जेएफ-17 भी हो सकता है क्योंकि मुशाफ एयर बेस भी एलओसी के करीब है। हालांकि रडार डेटा की विस्तृत जांच के बाद ही प्रकार का ठीक से पता लगाया जा सकता है। पाकिस्तानी जेट के पुंछ में एलओसी के पास उड़ान भरते ही भारतीय वायुसेना ने हाई अलर्ट जारी कर दिया। भारत ने लड़ाकू विमान राफेल को पूरी तरह से लैस करके एलओसी के करीब आसमान में तैनात कर दिया। एलओसी के आसमान पर मंडरा रहे राफेल किसी भी तरह के दुस्साहस को जवाब देने के लिए तैयार हैं।
नगरोटा एनकाउन्टर के बाद पाकिस्तानी एयरफोर्स को हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारत ने पहले ही इस मुद्दे पर पांच देशों को इस बारे में अवगत करा चुका है। इसके बाद पाकिस्तान को इस बात का डर है कि भारत पाक के खिलाफ बालाकोट जैसे हमले कर सकता है। भारत की इस कार्यवाही के बाद पाक सेना के सीजीएस ने पीएएफ के डीसीएएस (ऑप्स) और डीसीएएस (एडी) से मुलाकात की और इसके बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख बाजवा ने पाक सेना के कोर कमांडरों की तुरंत बाद बैठक की थी। अभी दो दिन पहले भी पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने एलओसी के आसपास उड़ान भरी थी लेकिन सोमवार की सुबह पाकिस्तान के फाइटर जेट ने पुंछ में एलओसी के साथ भारतीय वायु सीमा का उल्लंघन किया है।
चीन सीमा पर रविवार की रात चीनी एयरफ़ोर्स के लड़ाकू विमानों ने लद्दाख इलाके के आसपास उड़ान भरी और बॉर्डर के बेहद करीब उड़ान भरते देखे गए हैं। रविवार को दिन में भी बॉर्डर पर चीनी जेट उड़ान भरते दिखाई दिए थे। कई चीनी लड़ाकू जेट विमानों ने कल रात पूर्वी लद्दाख में एलएसी के पास उड़ान भरी। भारतीय वायुसेना ने अपने जेट विमानों की भी जांच की। कोई झड़प नहीं हुई है लेकिन स्थिति बेहद तनावपूर्ण है। यहां पहले से ही अलर्ट भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान भी तत्काल आसमान में पहुंच गए जिससे आसमान में दोनों देशों की हवाई हलचल बढ़ गई। भारतीय वायुसेना ने लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक चीन के सात एयरबेस पर नजर बना रखी है और लड़ाकू विमान लगातार सीमा की चौकसी कर रहे हैं।
वायुसेना ने लद्दाख में पहले से ही लड़ाकू विमान मल्टी रोल कम्बैक्ट, मिराज-2000, सुखोई-30एस और जगुआर की ऐसी जगह तैनाती कर रखी है जहां से एलएसी पर नजर रखी जा सके। चीन के किसी भी आक्रमण का जवाब देने के लिए पूर्वी लद्दाख की सीमा पर लड़ाकू विमानों के बाद स्वदेश निर्मित आकाश एयर डिफेंस सिस्टम को भी तैनात किया गया है। कम्बैक्ट एयर पेट्रोल विमान लगातार उड़ान भरकर निगरानी कर रहे हैं। राजनीतिक, कूटनीतिक और सैन्य प्रयासों के बावजूद सीमा पर चीन की बढ़ रही हलचल को देखते हुए भारतीय सेनाओं ने ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी कर रखा है ताकि वायु सेना आकस्मिक स्थिति आने पर चंद मिनटों में चीन के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए तैयार रहे।