पंजाब-हरियाणा में कल से शुरु होगी धान की खरीद, किसानों के प्रदर्शन के बाद सरकार का फैसला

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नई दिल्ली, 02 अक्टूबर (हि.स.)। केंद्र सरकार ने किसानों की मांगों को स्वीकार करते हुए धान की खरीद को सोमवार से शुरू करने का फैसला किया है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्यमंत्री अश्विनी चौबे की बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया। केंद्रीय राज्य मंत्री चौबे से मुलाकात करने वालों में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, राज्य के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल और सांसद रमेश कौशिक भी शामिल थे।

केंद्र सरकार ने मानसून में देरी और धान में तय मानक से अधिक नमी को देखते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी पर खरीद को 11 अक्टूबर तक डाल दिया था। पहले यह खरीद 1 अक्टूबर से शुरु होनी थी।

खट्टर और चौबे की मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने इस संबंध में घोषणा की। उन्होंने कहा कि खरीफ फसल के लिए हरियाणा और पंजाब के किसानों से खरी खरीद कल से शुरू की जाएगी।

खट्टर ने भी इस पर अपनी बात रखते हुए कहा कि मानसून में देरी के चलते केंद्र सरकार ने धान और बाजरे की खरीद को 1 अक्टूबर से 11 अक्टूबर किया था। इस संबंध में किसानों की मांग थी कि सरकार खरीद जल्दी करे। अब खरीद कल से शुरू की जाएगी।

मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में धान की फसल खरीद के लिए मंडियों में पहुंच चुकी है और जिन किसानों ने अपनी फसल काट ली है और वे मंडियों में लाए हैं, ऐसे सभी किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए तीन अक्टूबर से खरीद शुरू करने का ऐलान कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों द्वारा खरीद जल्द शुरू करने की मांग को लेकर कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए हैं और हरियाणा सरकार भी मानती है कि खरीद समय से शुरू होनी चाहिए। प्रदेश सरकार की इस खरीद को लेकर पहले ही तैयारी पूरी है। ऐसे में किसानों को अपना विरोध प्रदर्शन समाप्त करके मंडियों में आना चाहिए उनकी फसल को तय मानकों के अनुसार खरीदा जाएगा।

धान की खरीद में देरी को चलते आज किसानों ने स्थान स्थान पर प्रदर्शन किया था। किसानों के संयुक्त किसान मोर्चा ने भी खरीद में की जा रही देरी के विरोध में जनप्रतिनिधियों के घर के बाहर प्रदर्शन का आह्वान किया था।

वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी प्रधानमंत्री से हाल में मुलाकात में खरीद में देरी को फैसले को वापस लेने का आग्रह किया था।


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