नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (हि.स.)। संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) के सदस्य चीन सीमा पर जाकर तैनात जवानों की स्थिति और उनकी जरूरतों के बारे में जानकारी लेंगे। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी की अगुवाई में पीएसी की टीम 28-29 अक्टूबर को लेह का दौरा करेगी। लेह-लद्दाख का यह दौरा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मंजूरी मिलने के बाद किया जा रहा है।
दरअसल इस साल की शुरुआत में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि सियाचिन और लद्दाख में तैनात सैनिकों को जरूरत की चीजें भारी कमी है। उन्हें ठंड के कपड़े और दूसरे सामान नहीं मिल रहे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि यह स्थिति सामान खरीद में देरी की वजह से पैदा हुई है। कैग की रिपोर्ट पर पीएसी ने सीडीएस बिपिन रावत और सेना के अन्य अधिकारियों से मुलाकात करके चर्चा भी की है।
कैग की इस रिपोर्ट के बाद ही पीएसी अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने अक्टूबर माह के अंत में सदन के एक पैनल के साथ लद्दाख जाने की इजाजत लोकसभा अध्यक्ष से मांगी थी। इसके लिए उन्होंने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा था कि संसदीय पैनल लद्दाख जाकर सीमा पर तैनात सैनिकों से मिलकर उनकी परिस्थिति और उनकी जरूरत को समझना चाहता है।
हालांकि अब जब लोकसभा अध्यक्ष की ओर से इस संसदीय पैनल को मंजूरी मिल चुकी है तो यह समूह 28-29 अक्टूबर को लेह का दौरा करेगा। सांसदों का समूह यहां सेना के उत्तरी कमांड के अधिकारियों से मुलाकात के अलावा रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधियों से भी मिलेगा। इस दौरान सांसदों को अग्रिम चौकियों पर तैनात जवानों से बातचीत का भी अवसर मिलेगा। अधीर रंजन चौधरी ने स्टडी टूर फाइनल होने के बाद कहा कि हम लोग सैनिकों से मुलाक़ात करके यह समझने की कोशिश करेंगे कि वह कितनी विषम परिस्थितियों में देश की रक्षा कर रहे हैं।