नई दिल्ली, 20 अप्रैल (हि.स.)। गृह मंत्रालय की तरफ से 16 अप्रैल को एडवाइजरी जारी करने के बावजूद जो लोग अभी भी जूम ऐप इस्तेमाल कर रहे हैं उन्हें सावधान हो जाना चाहिए। गृह मंत्रालय ने अपने परामर्श में जूम ऐप को सुरक्षित प्लेटफॉर्म नहीं बताया था क्योंकि आपकी वीडियो चैट कभी भी हैक हो सकती है और उसमें कोई भी दखअंदाजी कर सकता है। ऐसी ही एक घटना गुजरात के अहमदाबाद के निरमा विश्वविद्यालय की ऑनलाइन क्लास के दौरान घटी। जूम ऐप के माध्यम से चलाई जा रही ऑनलाइन क्लास को किसी अनजान व्यक्ति ने हैक करके अश्लील हरकत शुरू कर दी। इस ऑनलाइन क्लास में कई लड़कियां भी थीं। इस साइबर क्राइम की विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए सोमवार को गुजरात के पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा को चिट्ठी लिखी और मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस तरह की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की और जूम ऐप को महिलाओं के लिए असुरक्षित बताया।
जूम के माध्यम से वीडियो चैट को गृहमंत्रालय ने भी असुरक्षित करार दिया है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एडवाइजरी में जूम ऐप को सुरक्षित प्लेटफॉर्म नहीं बताया गया है। मंत्रालय ने जारी एडवाइजरी में कहा था कि इस ऐप के जरिए बैठक के दौरान अनधिकृत रूप से किसी का प्रवेश हो सकता है, इसलिए यूजर्स और कंपनियां अपनी बैठक को फुलप्रूफ बनाएं ताकि सॉप्टवेयर में किसी तरह की सेंधमारी न हो सके।